दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डीकॉक का मानना है कि आने वाले समय में खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़कर फ्रेंचाइजी लीग को प्राथमिकता देंगे। इसके पीछे का कारण मोटी रकम कमाना है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की सफलता के बाद से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) जैसे आईसीसी के कई पूर्णकालिक सदस्यों ने भी टी20 फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट शुरू किए हैं। बिग बैश लीग (बीबीएल-ऑस्ट्रेलिया), पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल-पाकिस्तान), बांग्लादेश प्रीमियर लीग ( बीपीएल-बांग्लादेश) दुनिया की कुछ प्रमुख फ्रेंचाइजी लीग हैं।
कुछ अनुबंधों को ‘ना’ कहना मुश्किल है: क्विंटन डीकॉक- इस साल की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 29 साल के डी कॉक खुद व्हाइट बॉल क्रिकेट को प्राथमिकता दे रहे हैं और अन्य टी 20 टूर्नामेंट में भी हिस्सा लेते हैं। दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए उनके संबंधित बोर्ड से मिलने वाले भुगतान से बेहतर वेतन पैकेज से इन्कार करना आसान नहीं होगा।
डीकॉक ने द टेलीग्राफ इंडिया से कहा, “हां खिलाड़ी राष्ट्रीय टीमों की तुलना में फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देंगे। मुझे वाकई में ऐसा लगता है। मुझे लगता है कि इस तरह की परिस्थितियों में कोई भी ऐसा करेगा। आपके देश ने आपको जो अनुबंध दिया है, उसकी तुलना में कुछ अनुबंधों को ‘नहीं’ कहना मुश्किल है। तो यह स्वाभाविक है कि ऐसा होगा।”
टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर बोले डीकॉक- 10 साल बाद टेस्ट क्रिकेट की क्या स्थिति होगी? इस सवाल का जवाब देते हुए डीकॉक ने कहा, “ईमानदार से कहूं तो मैं बहुत यकीन से कुछ नहीं कह सकता। हम खिलाड़ी के रूप में टेस्ट क्रिकेट को ना नहीं कहने की कोशिश करते हैं। आप देखिए इंग्लैंड के लोग टेस्ट क्रिकेट पर काफी जोर देते हैं। और वे अकेले नहीं हैं… कुछ अन्य भी हैं जो टेस्ट पर बहुत जोर देने की कोशिश कर रहे हैं। जब तक खिलाड़ी और टेस्ट का समर्थन करने वाले लोग इसमें एक साथ हैं, यह तब तक टिका रहेगा।”
आईपीएल 2022 में लखनऊ के लिए शानदार प्रदर्शन- बता दें कि क्विंटन डीकॉक वर्तमान में चल रहे आईपीएल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के लिए खेल रहे हैं। वह शानदार फॉर्म में हैं। 14 मैचों में 502 रन बनाए है। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में केएल राहुल (527) और जोस बटलर (629) के बाद तीसरे नंबर पर है।