अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक खिलाड़ी और सामाजिक कार्यकर्ता सुवर्णा राज को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 14 अगस्त (2017) को सम्मानित करने का फैसला लिया है। गौरतलब सुवर्णा राज को सम्मानित करने की खबर ऐसे वक्त में आई है जब बीते दिनों उन्हें एक ट्रेन यात्रा के दौरान मजबूरी में फर्श पर सोना पड़ा। घटना इस जून महीने की है। अंतरराष्ट्रीय मेडल जीतने वाली एथलीट सुवर्णा राज ने तब आरोप लगया था कि उन्होंने कई बार अपना अपर बर्थ बदलने के लिए टीटीई और गार्ड से मदद मांगी लेकिन हर बार उन्होंने इसे अनसुना कर दिया गया। जानकारी के लिए बता दें कि सुवर्णा राज पोलियो की वजह से करीब 90 फीसदी विकलांग है। जिसकी वजह से उन्होंने व्हील चेयर पर रहना पड़ता है। उस दौरान सुवर्णा राज ने न्यूज चैनल सीएनएन से फोन पर बातचीत करते हुए बताया, ‘मैं शनिवार (10 जून, 2017) रात 8:45 बजे गरीब रथ एक्प्रेस से नागपुर से दिल्ली आ रही थी। इस दौरान मुझे ट्रेन की अपर बर्थ अलॉट की गई थी जिसे बदलने के लिए टीटीई से कई बार कहा लेकिन उन्होंने हर इसे अनसुना कर दिया। और मेरे सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।’
उन्होंने कहा था कि अपनी परेशानी के कारण वो बाथरूम जाने में भी सक्षम नहीं थी। मेरे पास पास निःशक्तजन कोच का टिकट था लेकिन उन्हें अपर बर्थ दी गई। ट्रेन सुबह करीब 10 बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंची। वहां हमारी परेशानी पूछने के लिए कोई शख्स नहीं था। मैं अतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधा नहीं चाहती। लेकिन एक इंसान होने के नाते हमें वो सुविधाएं तो दी जाएं जिनकी हम हकदार है। जानकारी के लिए बता दें कि सुवर्णा राज को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा साल 2014 में नेशनल रोल मॉडल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
घटना के बाद तब ट्विटर के जरिए उन्होंने रेल मंत्री से समास्या का हल निकालने की अपील की थी। बता दें कि राज ने थाईलैंड पैरा टेनिस ओपन 2013 में दो पदक जीते थे। साथी ही अपर्णा साउथ कोरिया में आयोजित एशियन पैरा गेम्स में भाग ले चुकी हैं। राज निशक्तों के लिए एक एनजीओ भी चलाती हैं। हाल में उन्होंने स्वराज इंडिया के टिकट पर बेगमपुर से चुनाव लड़ा था जिसमें वो चुनाव हार गईं थी।
