पेरिस में 28 अगस्त से पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत होने वाली है। भारत इस बार 84 खिलाड़ियों का दल पेरिस भेज रहा है जो कि अबतक का सबसे बड़ा दल है। भारतीय खिलाड़ी 25 मेडल्स का लक्ष्य लेकर पेरिस गए हैं। इन 84 खिलाड़ियों में चार ऐसे खिलाड़ी हैं जो कि अपने गोल्ड मेडल का बचाव करने उतरेंगे। इन चार खिलाड़ियों में दो निशानेबाज, एक एथलीट और एक बैडमिंटन खिलाड़ी शामिल हैं। पेरिस समर ओलंपिक में नीरज चोपड़ा अपने गोल्ड का बचाव नहीं कर सके थे लेकिन इन चारों पर अब नीरज का अधूरा काम पूरा करने का मौका है।
सुमित अंतिल
सुमित अंतिल पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत के ध्वजवाहक होंगे। सुमित जैविनथ्रो के एफ 64 कैटेगरी में हिस्सा लेते हैं। इस कैटेगरी में पैर के निचले हिस्से में विकार वाले खिलाड़ियों से संबंधित है जो कृत्रिम (आर्टिफिशियल) पैर का इस्तेमाल करके खड़े होने की स्थिति वाले इवेंट मेंर भाग लेते है। सुमित अंतिल इस साल के मई में पैरा विश्व चैम्पियनशिप में 70.83 मीटर दूर थ्रो फेंक कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. सुमित अपने करियर में तीन बार विश्व रिकॉर्ड बना चुके है। टोक्यो पैरालंपिक में 68.55 मीटर के प्रयास से गोल्ड पदक जीता था।
अवनी लेखरा
टोक्यो पैरालंपिक चैंपियन अवनी लेखरा भी अपने गोल्डा का बचाव करने उतरेंगी। उन्होंने टोक्यो में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 राइफल इवेंट में गोल्ड और थ्री पॉजिशन इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। लेखरा ने महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में 250.6 अंक के वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडस जीता। बीस साल की अवनी ने 249.6 के अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर 2024 पेरिस पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया।
कृष्णा नागर
कृष्णा नागर भी अपने गोल्ड का बचाव करने उतरेंगे। नागर 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में पैरा-बैडमिंटन में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। साल 2020 टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने एसएच6 कैटेगरी में गोल्ड मैडल अपने नाम किया। कृष्णा इस साल भी अच्छे फॉर्म में हैं। उन्होंने इसी साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी जीता था।
मनीष नरवाल
मनीष नरवाल ने टोक्यो 2020 में भारत का तीसरा स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH1 स्पर्धा में गोल्ड जीता था। इसी इवेंट का सिल्वर भारत के ही सिंहराज अधाना को मिला था। मनीष नरवाल ने फाइनल में 218.2 का स्कोर करके पैरालंपिक रिकॉर्ड कायम किया था।