फ्रांस की राजधानी पेरिस 2024 के ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के लिए पूरी तरह तैयार है। यह तीसरा मौका है जब पेरिस को इन खेलों की मेजबानी मिली है। इससे पहले वह 1900 और 1924 में भी ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है। यह सेरेमनी कई मायनों में अलग होने वाली है। यह पहला मौका है जब ओपनिंग सेरेमनी किसी स्टेडियम में नहीं बल्कि नदी पर होगी। यह सेरेमनी सीन नदी पर होगी जो कि पेरिस शहर के बीचों-बीच बहती है। 

नांव में परेड करेंगे खिलाड़ी

205 देशों के 10 हजार एथलीट्स इन खेलों में हिस्सा लेने वाले हैं और इनमें से कुछ ओपनिंग सेरेमनी का हिस्सा होंगे। पेरिस ओलंपिक में एथलीट नांव में परेड करेंगे। यह परेड छह किमी लंबी होगी जो कि सीन नदी पर होगी। यह परेड ऑस्टरलिट्ज ब्रिज से शुरू होगी और शहर के बीच से होते हुए आइफल टावर तक पहुंचेगी। लगभग 94 नांव इस परेड का हिस्सा होंगी। ।

ओलंपिक सेरेमनी से जुड़ी खास बातें

ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में कब शामिल किया गया मार्चपास्ट?

ओपनिंग सेरेमनी में मार्चपास्ट की शुरुआत 1908 में लॉज एंजेलिस में हुए ओलंपिक से हुई।

मार्चपास्ट में कौन सा देश सबसे पहले आएगा?

ओपनिंग सेरेमनी की मार्चपास्ट में सबसे पहले ग्रीस के खिलाड़ी आते हैं। ओलंपिक खेलों की शुरुआत 1896 में ग्रीस के एथेंस में ही हुई थी। इस देश को ओलंपिक खेलों का जन्मस्थान माना जाता है। इसी कारण यहां के खिलाड़ी सबसे पहले मार्चपास्ट करते हैं। इस साल ग्रीस के ध्वजवाहक रेस वॉकर एंटीगोनी दृष्टिबियोटी होंगे।

पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के मार्चपास्ट में किस नंबर पर आएगा भारत?

मार्चपास्ट में भारत 80वें स्थान पर आएगा।

ओपनिंग सेरेमनी में कैसे तय किया जाता है मार्चपास्ट का क्रम?

मेजबान देश की राष्ट्रीय भाषा के अनुसार अल्फाबेटिकल ऑर्डर से मार्चपास्ट का क्रम तय किया जाता है।

ओपनिंग सेरेमनी के मार्चपास्ट में सबसे आखिर में कौन सा देश आता है?

ओपनिंग सेरेमनी के मार्चपास्ट के आखिर में मेजबान देश आता है। इस बार फ्रांस के खिलाड़ी मार्चपास्ट में सबसे आखिर में आएंगे। फ्रांस से ठीक पहले अगले ओलंपिक का मेजबान यानी अमेरिका आएगा।