हॉकी इंडिया लीग में कई युवा खिलाड़ी ऐसे हैं, जो वरिष्ठ खिलाड़ियों के नेतृत्व में खेलेंगे। इस लीग से खिलाड़ियों को विदेशी खिलाड़ियों के साथ तालमेल बैठाने में मदद मिलेगी, जो युवाओं को हॉकी खेल में एक नई दिशा की ओर ले जाएगा। ये बातें पेरिस ओलंपिक की कांस्य विजेता भारतीय टीम में शामिल हॉकी खिलाड़ी मनप्रीत सिंह ने जनसत्ता.कॉम से विशेष बातचीत में कहीं।
पंजाब के जालंधर में जन्में मनप्रीत सिंह ने अपने लक्ष्यों के बारे में बात करते हुए कहा कि अगले वर्ष टीम के लिए प्रो लीग महत्त्वपूर्ण है। अगर हम प्रो लीग में जीतते हैं तो टीम विश्व कप के लिए क्वालिफाई करेगी। अगर टीम इस लीग में मौका गंवा देती है तो इसके बाद एशिया कप है। हम इसमें मौका भुनाने की कोशिश करेंगे।
पेरिस ओलंपिक में क्यों नहीं जीत पाये सोना?
पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम के स्वर्ण पदक चूकने के सवाल पर मनप्रीत सिंह ने कहा कि हमने पहले सेमीफाइनल में जर्मनी से मुकाबला गंवाया, लेकिन भारतीय टीम ने अच्छा खेला। टीम को इस दौरान कई मौके मिले लेकिन कुछ को भुनाने की कोशिश की और कुछ में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाए, जिस कारण मैच नहीं जीत पाए। लेकिन कांस्य पदक के मैच में टीम ने जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे हमें स्पेन को हराने में मदद मिली।
श्रीजेश का जाना खलता है: मनप्रीत सिंह
मनप्रीत ने भारतीय टीम के पूर्व गोलकीपर श्रीजेश के साथ कई मैच खेले हैं। साथ ही उन्होंने कई वर्ष टीम को एक साथ दिये। इस पर मनप्रीत ने कहा, ‘श्रीजेश का जाना खलता है, क्योंकि हमें मैच के दौरान पीछे से गालियां नहीं पड़ती हैं। श्रीजेश मुझसे वरिष्ठ खिलाड़ी हैं। मेरा उनसे अच्छा तालमेल रहा है। हमने चार ओलंपिक एक साथ खेले। हमेशा मैदान में हमारी तीखी नोकझोंक चलती रहती थी।’
मनप्रीत ने बताया, ‘मैं मैदान पर श्रीजेश से बोलता था कि जब तक पीछे से गालियां नहीं पड़तीं, तब तक मैच में मजा नहीं आता है। श्रीजेश ने जब हॉकी छोड़ने का फैसला किया तब टीम को उनके इस निर्णय पर आश्चर्य हुआ। टीम ने सोचा कि श्रीजेश को ऐसे नहीं जाने देंगे। श्रीजेश को विदाई देनी है तो एक विजेता के रूप में देंगे।’
बड़ा सम्मान मिलने के हकदार श्रीजेश और रानी रामपाल
हॉकी इंडिया ने श्रीजेश की जर्सी नंबर 16 और हाल ही में हॉकी को अलविदा कहने वालीं महिला खिलाड़ी रानी रामपाल की जर्सी नंबर 28 को रिटायर करने का फैसला लिया। ऐसा आमतौर पर क्रिकेट में देखा जाता है। हॉकी में यह पहली बार हुआ। इस पर मनप्रीत ने कहा, ‘दोनों खिलाड़ियों ने खेल को काफी समय दिया। दोनों ही अद्भुत खिलाड़ी रहे हैं। दोनों खिलाड़ी हॉकी इंडिया की इस पहल के लिए उचित उम्मीदवार हैं। यह खुशी की बात है।’
हॉकी इंडिया लीग से मिलेगी युवाओं को नई दिशा
हॉकी इंडिया लीग के लिए विशाखापत्तनम की फ्रेंचाइजी टीम गोनासिका ने मनप्रीत को 42 लाख रुपये में खरीदा है। इस लीग से खिलाड़ियों को विदेशी खिलाड़ियों के साथ तालमेल बैठाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मैं दुनिया के कई शीर्ष खिलाड़ियों के साथ खेला, उनसे मैंने बहुत कुछ सिखा कि कैसे टीम को एक साथ लेकर चलना है। खुद को कैसे सकारात्मक रखना है और दूसरे खिलाड़ियों के साथ कैसे तालमेल बैठाने हैं।
मनप्रीत ने कहा, ‘अपने प्रदर्शन को कैसे अच्छा रखना है। यह सब चीजें युवाओं खिलाड़ियों को भी लीग में सीखने को मिलेंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुझे अपने विरोधियों के साथ खेलने को मिला तो मैं तीन टीमों को तवज्जो देना चाहूंगा, जिसमें पहली नीदरलैंड्स, दूसरी ऑस्ट्रेलिया और तीसरी इंग्लैंड है। हॉकी इंडिया लीग (Hockey India League) का छठा संस्करण 28 दिसंबर से एक फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें पुरुषों की आठ टीमें हिस्सा लेंगी।