पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है। भारत के कई एथलीट्स पेरिस में बने खेल गांव पहुंच चुके हैं। खिलाड़ी अपनी तैयारी में जुट चुके हैं। हालांकि परदेस में खिलाड़ियो के लिए खाना एक चुनौती है। भारतीय एथलीट्स ने बताया कि न सिर्फ खाने के मामले में बल्कि स्टेडियम आने-जाने में भी उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
खिलाड़ियों के जाने से पहले खत्म हो गया खाना
खेलगांव में खाने के लिए पांच अलग-अलग हॉल बनाए गए हैं जिसमें एशियन खाना, हलाल खाना और फ्रेंच खाना उपलब्ध है। हालांकि खाना पर्याप्त नहीं है। बैडमिंटन खिलाड़ी तनीषा क्रास्टो ने बताया कि वह 25 जुलाई को खाने के लिए हॉल में पहुंची। उन्हें पता चला की मेन्यू में राजमा है। हालांकि जब तक वह गई खाना खत्म हो चुका था।
अमित पंघाल ने बाहर से ऑर्डर किया खाना
भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल को मनपसंद खाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने अपने सपोर्ट स्टाफ से डिमांड करनी की पड़ी कि वह दाल रोटी खाना चाहते हैं। वह पिछले काफी समय से ऐसी ही डाइट मेंटेन कर रहे हैं। इसी कारण उनके लिए बाहर से खाना ऑर्डर करना पड़ा।
स्टेडियम तक जाना भी हुआ मुश्किल
महिला डबल्स खिलाड़ी तनीषा ने यह भी बताया कि गेम्स विलेज से स्टेडियम जाने के लिए भी उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गाड़ियों तय शेड्यूल के मुताबिक नहीं चल रही हैं। तनीषा को लगता है कि खराब शेड्यूलिंग के कारण ही उन्हें अपने मुकाबले के लिए समय से बहुत पहले ही गेम्स विलेज से निकलना होगा। भारत के शेफ डी मिशन गगन नारंग और डिप्टी शेफ डी मिशन शिव केशवन ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को उठाया है।