पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो में भारत इतिहास रच सकता है। नीरज चोपड़ा के अलावा किशोर जेना से पदक के दावेदार हैं। अगर दोनों एथलीट मंगलवार (6 अगस्त) को फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई करते हैं,तो उनके पास पदक जीतने का मौका होगा। 8 अगस्त को जैवलिन का मेडल इवेंट होगा। ऐसे में ओलंपिक में पहली बार पोडियम पर एक साथ दो भारतीय दिख सकते हैं।

ओडिशा के किशोर जेना ने चीन के हांगझू में एशियन गेम्स 2023 में शानदार प्रदर्शन किया था। नीरज ने गोल्ड और जेना सिल्वर मेडल जीता था। नीरज को उनसे कड़ी टक्कर मिली थी। जेना ने 87.54 मीटर का थ्रो किया था। इसकी मदद से उन्हें पेरिस ओलंपिक का टिकट मिला था। 6 सितंबर, 1995 को ओडिशा के पुरी के पास कोठासाही गांव में जन्मे किशोर कुमार जेना किसान केशव जेना और उनकी पत्नी हरप्रिया की सात संतानों में सबसे छोटे हैं। उनकी छह बहनें हैं। अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए जेना ने खेल को करियर बानने का सोचा। वह खेल कोटे की मदद से भारतीय सेना में नौकरी चाहते थे।

हालांकि, किशोर को वॉलीबॉल पसंद था। वॉलीबॉल खिलाड़ी के तौर पर वह भुवनेश्वर में ओडिशा सरकार के स्पोर्ट्स हॉस्टल में पहुंचे। यहीं पर ओडिशा के पूर्व स्टेट चैंपियन लक्ष्मण बराल ने किशोर जेना को जैवलिन थ्रो से परिचित कराया। उन्हें वॉलीबॉल खेलते हुए देखकर बराल उनसे प्रभावित हुए और उन्हें बांस से बना भाला उपहार में दिया,जिसकी कीमत 250 रुपये थी।

बॉलीबॉल से जैवलिन थ्रो का सफर

वॉलीबॉल की प्रैक्टिस जारी रखने के साथ जेना ने भुवनेश्वर स्पोर्ट्स हॉस्टल में कोच नीलमधब देव के मार्गदर्शन में भाला फेंक की ट्रेनिंग भी शुरू की और कॉलेज इवेंट्स में कई मेडल जीते। इस बीच जेना की मध्यम लंबाई ने वॉलीबॉल खिलाड़ी के तौर में उनके विकास में बाधा उत्पन्न की। उनकी लंबाई 5 फीट 8 इंच है। तब ओडिशा के इस एथलीट ने जैवलिन थ्रो पर अधिक ध्यान देने का फैसला किया। उन्होंने 2017 में 72.77 मीटर भाला फेंककर राज्य स्तर पर रिकॉर्ड बनाया।

किशोर जेना का प्रदर्शन

बेंगलुरू में नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 2022 में जेना ने 78.05 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। 2023 में जेना ने बेल्लारी में इंडियन ओपन थ्रो टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक के साथ सत्र की शुरुआत की। उन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो को सुधारा 78.93 मीटर का थ्रो किया।

तिरुवनंतपुरम में 80 मीटर की बाधा को पार

तिरुवनंतपुरम में 2023 के इंडियन ग्रैंड प्रिक्स में किशोर जेना ने पहली बार 80 मीटर की बाधा को पार किया। उन्होंने 81.05 मीटर थ्रो के साथ एक और स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक के लिए 82.87 मीटर का थ्रो किया। श्रीलंका नेशनल्स में पुरुषों की भाला फेंक कंप्टिशन में 84.38 मीटर की दूरी तय करके आसानी से जीत हासिल की।

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में मौका

प्रभावशाली प्रदर्शन के कारण जेना को हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में मौका मिला। अपनी पहली प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए किशोर जेना ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। चोपड़ा ने बुडापेस्ट में कंप्टिशन अपने नाम किया, जबकि जेना ने 84.77 मीटर की दूरी तय की जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन व्यक्तिगत था। वे एक अन्य भारतीय डीपी मनु से आगे पांचवें स्थान पर रहे।

जैकब वडलेज से केवल 1.90 मीटर पीछे रहे

बुडापेस्ट में जेना का थ्रो चेक गणराज्य के कांस्य पदक विजेता जैकब वडलेज से केवल 1.90 मीटर पीछे था। हालांकि, किशोर जेना का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी आना बाकी था। डीपी मनु को पछाड़कर चोपड़ा के साथ हांग्झू 2023 में टीम में जगह बनाने वाले दूसरे भारतीय पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनने के बाद किशोर जेना ने एशियन गेम्स में अपने पदार्पण पर रजत पदक जीतकर अपनी योग्यता साबित की।

87.54 मीटर का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन

नीरज चोपड़ा ने उम्मीद के मुताबिक 88.88 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। जेना ने एक ही प्रतियोगिता में दो बार अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तोड़ते हुए इसे अपने नाम कर लिया। पहले प्रयास में अपने तीसरे प्रयास में 86.77 मीटर का थ्रो किया। जेना ने चोपड़ा को लीडरबोर्ड में कुछ समय के लिए पीछे छोड़ दिया था। जेना ने अपने चौथे प्रयास में 87.54 मीटर का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन को बेहतर किया,लेकिन चोपड़ा के 88.88 मीटर के विशाल प्रयास से पीछे रह गए।