Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक में अल्जीरिया की 25 साल की बॉक्सर इमान खलीफ ने अपना पहला मैच 46 सेकेंड में ही जीत गईं और एक विवाद को जन्म दे दिया। उनका ये मुकाबला इटली की महिला मुक्केबाज एंजेलिना कैरिनी के साथ था।

दरअसल इमान खलीफ एक ट्रांसजेंडर हैं, लेकिन पेरिस ओलंपिक में उन्हें महिला कैटेगरी में मुकाबले की इजाजत दे दी गई थी। वहीं अपने पहले राउंड में ही उन्होंने कैरिनी का बुरा हाल कर दिया और इटली की इस बॉक्सर ने सिर्फ 46 सेकेंड में ही हार मान ली। इससे पहले साल 2023 में खलीफ लिंग परीक्षण में असफल हो गई थीं और उनके इस रिकॉर्ड के कारण अब सोशल मीडिया यूजर और अधिकारियों के बीच गरमागरम बहस चल रही है।

खलीफ को 46 सेकेंड में मिली जीत

इटली की महिला मुक्केबाज एंजेलिना कैरिनी ने पोरिस ओलंपिक में सिर्फ 46 सेकेंड बाद ही अपना मुकाबला छोड़ दिया। उनका मुकाबला अल्जीरिया की इमान खलीफ के साथ था, लेकिन वेल्टरवेट राउंड ऑफ 16 मुकाबले वो उनके खिलाफ नहीं टिक पाईं और ये फैसला किया। हालांकि कैरिनी का मानना है कि वो इस मुकाबले के नतीजे को अपने हार के रूप में नहीं देखती हैं। इस मुकाबले में कैरिनी अपने कोच के साथ 30 सेकंड की चर्चा के बाद रिंग में लौटीं और खलीफ के खिलाफ लड़ाई जारी रखने से इनकार कर दिया।

कैरिनी के मुताबिक खलीफ के खिलाफ ये मुकाबला उनके करियर का सबसे कठिन मैच था। इस मैच के शुरुआती दौर में खलीफ के एक पंच ने उनकी चिनस्ट्रैप को उखाड़ फेंका, जिससे उनकी शॉर्ट्स खून से लथपथ हो गई। आखिरकार, कैरिनी को मुकाबले से बाहर होने की घोषणा करने के बाद रिंग के बीच में बैठे हुए देखा गया। आपको बता दें कि 2022 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली अल्जीरियाई मुक्केबाज इमान खलीफ को पिछले साल नई दिल्ली में स्वर्ण पदक मुकाबले से कुछ घंटे पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया गया था, क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) की मानदंडों को पूरा नहीं कर पाई थी।

हालांकि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने आईबीए के फैसले के खिलाफ जाकर खलीफ को खेलों में भाग लेने के लिए हरी झंडी दे दी थी। वहीं पेरिस में कैरिनी ने शुरुआती घंटी बजने के 40 सेकंड बाद ही रिंग छोड़ दी क्योंकि वह अपने फैसले पर अड़ी हुई थी। हालांकि इटली की मुक्केबाज ने बताया कि उसका फैसला नाक की चोट के कारण था, लेकिन इसके बाद से यह घटना सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रही है।