पेरिस पैरालंपिक के सातवें दिन भारत के खाते में 21वां मेडल आया। भारत के सचिन खिलारी ने पुरुष शॉटपुट F46 कैटेगरी में देश के लिए सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने इस दौरान 16.32 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया जो कि एशियन रिकॉर्ड है। इसी इवेंट में मौजूद अन्य भारतीय रोहित कुमार 14.10 के थ्रो के साथ नौवें और मोहम्मद यासेर 14.21 के थ्रो के साथ आठवें स्थान पर रहे। खिलारी का सिल्वर मेडल मौजूदा पैरा गेम्स में पैरा-एथलेटिक्स में आया 11वां मेडल है

कनाडा के ग्रेग के नाम रहा गोल्ड

इवेंट का गोल्ड मेडल कनाडा के ग्रेग स्टुअर्ट के नाम रहा। उन्होंने अपना सीजन बेस्ट करते हुए 16.38 का स्कोर हासिल किया। वहीं क्रोएशिया के बाकोविक लुका ने 16.27 के थ्रो के साथ पर्सनल बेस्ट प्रदर्शन किया और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। F46 कैटेगिरी उन एथलीटों के लिए है जिनके हाथ में कमजोरी, कमजोर मसल्स या हाथों के मूवमेंट में कमी होती है। इसमें एथलीट खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं।

खिलाड़ी ने एशियन गेम्स में जीता था गोल्ड

इससे भी एशियन रिकॉर्ड खिलारी के ही नाम था। उन्होंने मई 2024 में जापान में हुई वर्ल्ड पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था और एशियन रिकॉर्ड बनाया था। सचिन बीते साल चीन के हांगझाओ में हुए पैरा एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीतने में भी कामयाब रहे थे।

भारत को 40 साल पैरालंपिक के पुरुषों के शॉटपुट इवेंट में मेडल हासिल हुआ है। उनसे पहले साल 1984 में यह कारनामा जोगिंदर सिंह बेदी ने किया था। वहीं साल 2016 के रियो ओलंपिक में दीपा मलिक ने महिलाओं के शॉटपुट इवेंट में देश के लिए सिल्वर मेडल जीता था। इसके 8 साल बाद भारत को इस खेल में मेडल मिला है।

सचिन के थ्रो
पहला थ्रो – 14.72 मीटर
दूसरा थ्रो – 16.32 मीटर
तीसरा थ्रो – 16.15 मीटर
चौथा थ्रो – 16.31 मीटर
पांचवां थ्रो – 16.03 मीटर
छठा थ्रो – 15.95 मीटर