लंदन पुलिस उन आरोपों की जांच कर रही है जिनके अनुसार इस साल विम्बलडन में खेलते हुए एक युवा टेनिस खिलाड़ी को जहर दिया गया था। एक ब्रिटिश अखबार ने यह खबर दी है। 18 साल की ग्रैबियला टेलर जुलाई में प्रतियोगिता से बीच में हीं हट गई थीं और चार दिन आईसीयू में रही थीं। द टेलीग्राफ अखबार ने अपनी खबर में कहा कि पुलिस जांच कर रही है कि क्या टेनिस खिलाड़ी को जानबूझकर जहर दिया गया था।
टेलर को कथित रूप से लेप्टोस्पिरोसिस हो गया था जो जानवरों से फैलने वाले जीवाणु संबंधी संक्रमण है। यह दुर्लभ संक्रमण फ्लू जैसे लक्षणों के साथ आता है, हालांकि कई मामलों में इससे शरीर के अंदर खून निकल सकते है और अंग निष्क्रिय हो सकते हैं। खिलाड़ी की मां मिलेना टेलर ने कहा कि टेनिस टूर्नामेंट से पहले उनकी बेटी शारीरिक रूप से तंदुरूस्त थीं। उन्होंने कहा, ‘वह र्क्वाटर फाइनल में पहुंची लेकिन उसके बाद वह आईसीयू में मौत के करीब थी। जब हमें संक्रमण की जानकारी दी गयी तो हमें विश्वास नहीं हुआ।’
ग्रैबियला की मां ने कहा कि खिलाड़ियों के लाउंज में उनकी बेटी के पेय पदार्थ ऐसे हीं पड़े रहते थे और हो सकता है कि किसी ने उनमें कुछ मिला दिया हो। 18 साल की खिलाड़ी अब दोबारा प्रशिक्षण शुरू कर चुकी हैं। इस समय उनकी रैंकिंग 381 है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘दोबारा कोर्ट पर वापसी कर बहुत खुश हूं। कदम दर कदम आगे बढ़ रही हूं।’
