Wimbledon 2019: स्विट्जरलैंड के स्टार खिलाड़ी रोजर फेडरर ने राफेल नडाल को 7-6(7-3), 1-6, 6-3, 6-4 से हराकर विम्बलडन फाइनल में प्रवेश कर लिया है। 45 साल बाद विम्बलडन फाइनल में कोई इतना उम्रदराज जगह बनाने में कामयाब रहा है। इससे पहले 1974 में ऑस्ट्रेलिया के टेनिस खिलाड़ी केन रोसवाल ने 40 साल की उम्र में विम्बलडन का फाइनल खेला था। तब खिताबी मुकाबले में उन्हें जिमी कोनर्स से हार का सामना करना पड़ा था। शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में रोजर ने राफेल नडाल को 3 घंटे 2 मिनट के लंबे संघर्ष के बाद हराया। राफेल नडाल दूसरे सेट के दौरान रोजर पर भारी दिखें, लेकिन इसके अलावा खेले गए तीनों सेट में रोजर रा पलड़ा भारी नजर आया। अब मौजूदा वर्ल्ड नंबर पर नोवाक जोकोविच से उमका सामना फाइनल में होगा। इससे पहले विश्व के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने शुक्रवार को चार सेट तक चले कड़े मुकाबले में रॉबर्टो बातिस्ता आगुत को 6-2, 4-6, 6-3, 6-2 से हराकर छठी बार विंबलडन टेनिस टूर्नमेंट के फाइनल में प्रवेश किया।
जोकोविच 25वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नमेंट के फाइनल में पहुंचे हैं। वह अब तक 15 बार खिताब जीतने में सफल रहे हैं। विम्बलडन फाइनल में जोकोविच का रिकॉर्ड 4-1 का है। उन्हें एकमात्र पराजय 2013 में ब्रिटेन के दिग्गज एंडी मरे से झेलनी पड़ी थी। जोकोविच का रोजर फेडरर के खिलाफ 25-22 और राफेल नडाल पर 28-26 का रेकॉर्ड है।32 वर्षीय जोकोविच ने जीत के बाद कहा, ‘यह मेरे लिए उल्लेखनीय रहा तथा एक और फाइनल में पहुंचना सपना सच होने जैसा है। रॉबर्टो पहली बार ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में खेल रहे थे और वह वास्तव में अभिभूत नहीं थे।’ इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘तीसरे सेट के पहले 4-5 गेम काफी करीबी रहे जिन्हें कोई भी जीत सकता था। सौभाग्य से वह मेरे पक्ष में गए।’
The moment @rogerfederer reached his 12th #Wimbledon final… pic.twitter.com/AJrP3yYCns
— Wimbledon (@Wimbledon) July 12, 2019
जोकोविच ने अच्छी शुरुआत की लेकिन स्पेन के 23वें वरीयता प्राप्त रॉबर्टो ने जल्द ही लय हासिल कर ली। जोकोविच ने पहले सेट के शुरू में ही रॉबर्टो की सर्विस तोड़ दी थी और फिर आखिरी गेम में भी ब्रेक पॉइंट लेकर यह सेट आसानी से अपने नाम किया। रॉबर्टो ने हालांकि दूसरे सेट में अच्छी वापसी की। उन्होंने तीसरे गेम में जोकोविच की सर्विस तोड़कर 2-1 से बढ़त ली। पूरे मैच में जोकोविच ने रॉबर्टो को कोई मौका नहीं दिया। यह अलग बात है कि उन्होंने पांचवें मैच पॉइंट पर जीत दर्ज की।