खेल मंत्री विजय गोयल ने सोमवार (30 जनवरी) को कहा कि भारत की अंडर 17 फुटबॉल टीम के कोच निकोलेई एडम को बर्खास्त करने या बरकरार रखने का फैसला उनके विभाग को करना है जिससे संकेत मिले कि यह मुद्दा जल्द ही नहीं सुलझेगा। भारत में फीफा अंडर 17 फुटबॉल विश्व कप के आयोजन से बामुश्किल नौ महीने पहले राष्ट्रीय को निकोलेई को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था क्योंकि सूत्रों के अनुसार कुछ खिलाड़ियों ने उनके खिलाफ ‘शारीरिक उत्पीड़न’ के आरोप लगाए थे। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने जर्मनी के इस कोच को हटाने की इच्छा जताई थी लेकिन खेल मंत्रालय ने अब तक कोई फैसला नहीं किया है।
गोयल ने कहा, ‘इसमें अभी कोई अपडेट नहीं है। हमने एआईएफएफ से रिपोर्ट मांगी है और हमें यह मिल गई है। हमने एआईएफएफ से पूछकर नियुक्ति की थी। मंत्रालय कोच को वेतन दे रहा है। इसलिए मंत्रालय की स्वीकृति के बिना कोई कोच को नहीं हटा सकता। महासंघ के पास कोच को बर्खास्त करने का कोई अधिकार नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘हम रिपोर्ट देख रहे हैं और इसका आकलन दो दिन में नहीं किया जा सकता। हम कोच, खिलाड़ियों से बात करेंगे क्योंकि कई बार कुछ संदेह होते हैं। हम फैसला करना होगा कि क्या सही और क्या गलत है। महासंघ को कुछ तवज्जो दी जाएगी क्योंकि खेल को बढ़ावा देना उनकी जिम्मेदारी है।’ गोयल ने कहा कि अगर निकोलेई को हटाया गया जो जल्दी से विकल्प की घोषणा करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘हम विलंब नहीं करेंगे। अगर कोच को हटाया गया तो हम जल्द ही अन्य कोच की नियुक्ति करेंगे। हम दो दिन में ऐसा करेंगे।’

