डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कार्नर पर किये गये दो गोल की बदौलत भारत ने 26वें अजलन शाह कप हाकी टूर्नामेंट में आज यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से दमदार जीत दर्ज की। भारत ने कल पहला मैच ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 2-2 से ड्रा खेला था और इस तरह से उसके अब दो मैचों में चार अंक हैं। मनदीप सिंह ने 23वें मिनट में बेहतरीन डिफलेक्सन से गोल करके भारत का खाता खोला। इसके बाद हरमनप्रीत ने दो बार ड्रैग फ्लिक का बेहतरीन नमूना पेश करके टीम को शानदार जीत दिलायी। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड की टीम को पहले क्वार्टर में तीन बार मौके दिये लेकिन इसके बाद उसने लय हासिल कर ली और फिर आखिर तक दबदबा बनाये रखा।

यहां शाम को रही बारिश के कारण आज भारतीय मैच में व्यवधान नहीं पड़ा। कल भारत का पहला मैच बारिश और बिजली चमकने के कारण दो घंटे की देरी से शुरू हुआ था। आज भारतीय टीम जब मैच समाप्त होने के बाद मैदान से वापस लौट रही थी तब पहली बार बिजली कड़की थी। न्यूजीलैंड ने छठे मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन इससे कोई खतरा पैदा नहीं हुआ क्योंकि नीचा रहता शाट सीधे गोलकीपर पी आर श्रीजेश के पास पहुंच गया जिन्होंने उसे सर्कल से बाहर कर दिया। भारतीय रक्षापंक्ति जब तालमेल जुटाने में लगी थी तब न्यूजीलैंड ने शुरू में दो शाट जमाये जिसके बाद दसवें मिनट में आकाशदीप सिंह का रिवर्स ड्राइव क्रास बार के ऊपर से बाहर चला गया।

इसके दो मिनट बाद मनप्रीत सिंह ने सर्कल के अंदर खड़े एस वी सुनील को गेंद थमायी लेकिन वह गोलकीपर डेवोन मैनचेस्टर को नहीं छका पाये। भारत ने आखिर में 23वें मिनट में पहला गोल किया जब चिंगलेनसना सिंह ने बाक्स के पास से रिवर्स शाट से गोलमुख पर गेंद भेजी जहां मनप्रीत ने बेहतरीन तरीके से उसे गोल में डाला।

इसके बाद हरमनप्रीत का जलवा देखने को मिला। भारत को 27वें मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर हरमनप्रीत ने ड्रैग फ्लिक से गोल किया। मध्यांतर से ठीक पहले भारत ने तीन और पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन इन्हें वह गोल में बदलने में नाकाम रहा। अपना 200वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे एस वी सुनील के पास मध्यांतर के बाद पांचवें मिनट में ही गोल करने का मौका था। तब उनके सामने केवल गोलकीपर थे लेकिन उनका फ्लिक बाहर चला गया। इसके बाद 39वें मिनट में आकाशदीप भी गोल करने से चूक गये।

ऐसे समय में हरमनप्रीत ने एक और पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत की जीत सुनिश्चित की। खेल के 47वें मिनट में उनका करारा शाट सीधे गोल के अंदर चला गया था। हरमनप्रीत को इसके बाद भारत को मिले सातवें पेनल्टी कार्नर को भी लेने के लिये कहा गया लेकिन वह सफल नहीं रहे। रूपिंदर पाल सिंह ने भारत का आखिरी पेनल्टी कार्नर लिया लेकिन उसे न्यूजीलैंड के गोलकीपर ने रोक दिया।