‘फर्राटा किंग’ उसेन बोल्ट ने अपने नौ ओलंपिक स्वर्ण पदकों में से एक पदक गंवा दिया है क्योंकि उनके साथी के डोपिंग में पकड़े जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में जीता जमैका का चार गुणा 100 मी रिले वापस ले लिया है। बीजिंग ओलंपिक के दौरान के सैकड़ों नमूनों का दोबारा परीक्षण किया गया जिसके बाद बोल्ट ने इस ओलंपिक में जीतने तीन स्वर्ण में से एक पदक गंवा दिया। बोल्ट के रिले टीम के साथी नेस्टा कार्टर रेस में पहले चरण में दौड़े थे, उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ मिथाइलहेक्सेनअमाइन का पॉजीटिव पाया गया जो एक समय बंद नाक खोलने के लिये इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब यह खाने के सप्लीमेंट में काफी पाया जाने लगा है। इस स्वर्ण के छीनने से बोल्ट अपने ‘ट्रिपल ट्रिपल्स’ में से एक स्वर्ण पदक गंवा बैठे, उन्होंने बीजिंग में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर में जीते थे। बोल्ट ने लंदन 2012 और पिछले साल हुई रियो ओलंपिक में भी यही उपलब्धि अपने नाम की थी।
कार्टर के खिलाफ पिछले साल मामले के बारे में चेताये जाने के बाद बोल्ट ने कहा था, ‘यह दुखद है क्योंकि आपने स्वर्ण पदक जीतने और चैम्पियन बनने के लिये इतने वर्षों तक लगातार मेहनत की है।’ बोल्ट ने कहा, ‘जिंदगी में चीजें होती हैं इसलिये जब इसकी पुष्टि हो जायेगी या जो कुछ भी होगा, अगर मुझे अपना स्वर्ण पदक वापस देना होगा तो मुझे यह देना ही होगा और मेरे लिये यह परेशानी की बात नहीं है।’ बोल्ट ने डोपिंग के खिलाफ विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी और आईएएएफ के प्रयासों की प्रशंसा भी की थी। आईओसी ने 31 वर्षीय कार्टर के 2008 के नमूने का दोबारा परीक्षण करने के बाद बयान में कहा, ‘उसे प्रतिबंधित पदार्थ मिथाइलहेक्सेनअमाइन का पाजीटिव पाया गया।’ बयान में कहा, ‘जमैका टीम डिस्क्वालीफाई होती है। इससे संबंधित पदक, पदकधारियों के पिन और डिप्लोमा वापस लिये जाते हैं और इन्हें लौटा देना चाहिए।’
