भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले टेबल टेनिस खिलाड़ी के रूप में अचंता शरत कमल का लगभग एक दशक का वर्चस्व तोड़ने वाले सौम्यजीत घोष ने कहा कि हाल के टूर्नामेंटों में मिले नतीजों से वह रियो ओलंपिक के लिए रवाना होने से पूर्व अच्छी लय में हैं। घोष ने 2012 लंदन ओलंपिक के लिए अपने से अधिक अनुभवी शरत कमल को पछाड़कर क्वालीफाई किया था अैर इस बार भी इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने अनुभवी साथी खिलाड़ी से पहले रियो के लिए क्वालीफाई कर लिया था। शरत हालांकि पिछले महीने एशियाई क्वालीफायर के जरिये रियो में जगह बनाने में सफल रहे।
दुनिया के 65वें नंबर के खिलाड़ी घोष ने स्वीडन के फाकेनबर्ग से कहा, ‘पिछले कुछ महीने मेरे लिए काफी अच्छे रहे हैं। मेरे दूसरे ओलंपिक से पहले इससे मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। चार साल पहले लंदन में मुझे कुछ नहीं पता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। अब मैं महसूस कर रहा हूं कि मैं शीर्ष स्तर का हिस्सा हूं।’
घोष ने अपने प्रदर्शन में सुधार का श्रेय रणनीति में बदलाव को दिया जिसके कारण उन्हें ओलंपिक क्वालीफिकेशन और एशिया कप में मदद मिली जहां उन्होंने कोरिया के दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी जुंग योंगसिक को हराया और फिर टूर्नामेंट में सातवां स्थान हासिल किया। घोष ने कहा, ‘मैंने अपनी सर्विस पर काफी काम किया है और लंबे समय तक प्रयास करने के बाद मुझे टेबल के करीब खड़े होने के फायदे मिलने लगे हैं जैसे कि चीन के खिलाड़ी खेलते हैं। इसके अलावा मेरी फिटनेस में भी काफी सुधार हुआ है। सरकार की मदद से स्वीडन में यहां मेरे फिजियो मेरे साथ हैं। इसने बड़ा अंतर पैदा किया है।’
घोष ने रियो ओलंपिक से पहले अपने कार्यक्रम काफी सतर्कता से तैयार किया है और वह अगस्त में खेलों के महाकुंभ से पूर्व सिर्फ स्लोवेनिया ओपन में हिस्सा लेंगे।