रियो ओलंपिक में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिका की जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स ने दीपा को रोमांचक प्रतिभा और भारत में उभरते हुए बच्चों के लिए आदर्श करार दिया। दीपा ने 2016 रियो ओलंपिक के दौरान सिमोन के साथ अपनी संक्षिप्त मुलाकात के बारे में बताया था। दीपा ने ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनकर इतिहास रचा था। वह इसके बाद रियो में सभी की उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही थी। वह बेहद मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गई थी। सिमोन ने वॉल्ट स्पर्धा का स्वर्ण जीतने के अलावा फ्लोर एक्सरसाइज, ऑलराउंड और टीम स्पर्धा का भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

दीपा के बारे में पूछने पर सिमोन ने कहा, ‘ओलंपिक में मैंने उनसे काफी बात नहीं की लेकिन मुझे पता है कि उसने अपने खेल में इतिहास रचा है। इसलिए मुझे पता है कि वह स्वदेश में अपने जैसे काफी अन्य बच्चों को प्रेरित करेंगी जिसके काफी मायने हैं। और हमारे लिए अपने खेल में किसी और को इतिहास रचते हुए देखना शानदार होता है। वह बेहतरीन है।’ भारतीय जिम्नास्ट ने कोई पदक नहीं जीता लेकिन प्रोडुनोवा वॉल्ट को सफलतापूर्वक करके वह देश में रातों रात स्टार बन गई। वह ‘वॉल्ट ऑफ डेथ’ के नाम से कुख्यात इस वॉल्ट को करने वाली दुनिया की सिर्फ पांचवीं जिम्नास्ट हैं।

भविष्य में प्रोदुनोवा आजमाने के बारे में पूछने पर सिमोन ने कहा कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है। लारेस की 2017 की दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में नामांकन हासिल करने वाली 19 साल की सिमोन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि लोग उन चीजों ये जुड़े रहना चाहते हैं जिसे वह करना चाहते हैं और मुझे भविष्य में ऐसा अपने साथ होते हुए नहीं दिखता। अलग-अलग लोगों के लिए अलग अलग तकनीक और कौशल काम करना है। यह उसके लिए काम करता है और मेरा कौशल मेरे लिए अच्छा है।’