रियो ओलंपिक में भले ही भारतीय हाकी टीम पदक नहीं जीत सकी हो लेकिन मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमेंस ने कहा कि उनके नतीजे आदर्श भले ही नहीं रहे हो लेकिन संतोषजनक रहे। भारत ग्रुप चरण में दो जीत, एक ड्रा और दो हार के साथ चौथे स्थान पर रहा।भारत ने ग्रुप चरण में अर्जेंटीना को हराया जिसने बाद में स्वर्ण पदक जीता। क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम रजत पदक विजेता बेल्जियम से 1-3 से हार गई।
ओल्टमेंस ने गुरुवार को यहां लौटने के बाद कहा कि नतीजे आदर्श भले ही नहीं रहे हो लेकिन संतोषजनक थे। हमने हर मैच में अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यह बेहतरीन टीम है। कई बार नतीजे प्रदर्शन के सही परिचायक नहीं होते। टीम ने बहुत कुछ सीखा। इसे छोटे ब्रेक की जरूरत है और जल्दी ही हम लौटेंगे।
कप्तान पीआर श्रीजेश ने कहा कि रियो ओलंपिक टीम के हर सदस्य के लिए आंखें खोलने जैसा रहा। उन्होंने कहा कि हम सभी ने इससे बड़ा सबक लिया। हम हमेशा उच्चतम स्तर पर अपने देश के प्रतिनिधित्व का सपना देखते हैं और ओलंपिक से बड़ा कुछ नहीं। मुझे अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है। उन्होंने कहा कि कुछ छोटे-मोटे पलों को छोड़कर हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। अब हमें अपनी गलतियों को दुरूस्त करने पर मेहनत करनी है। ओलंपिक में 36 बरस बाद उतरी भारतीय महिला टीम की कप्तान सुशीला चानू ने कहा कि ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना हमारा सपना था। हमारी टीम युवा है और विश्व स्तर पर हम छोटी सी पहचान बना चुके हैं। हम गलतियों से सबक लेकर मजबूती से वापसी करेंगे।
