एफसी गोवा को राहत देते हुए आईएसएल की अपीली पेनल ने शुक्रवार (22 जुलाई) को उस पर लगाया गया जुर्माना 11 करोड़ से घटाकर छह करोड़ कर दिया और 15 अंकों की पेनल्टी वापिस लेने के साथ फ्रेंचाइजी मालिकों पर लगाया गया प्रतिबंध भी हटा दिया। मई में एफसी गोवा पर 11 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था जबकि उसके सह मालिकों श्रीनिवास डेम्पो और दत्ताराज सालगांवकर पर क्रमश: दो और तीन सत्र का प्रतिबंध लगाया गया था। उन पर टूर्नामेंट की छवि खराब करने का आरोप था।

इंडियन सुपर लीग फुटबाल नियामक आयोग ने फुटबाल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड की अपील पर फैसले पर पुनर्विचार किया। एफएसडीएल आईएमजी रिलायंस और स्टार इंडिया तथा एफसी गोवा का संयुक्त उपक्रम है। आईएसएल 2015 का फाइनल हिंसा और विवादों से भरा रहा जब एफसी गोवा और चेन्नइयिन एफसी के अधिकारी और खिलाड़ी आपस में उलझ गए थे। एफसी गोवा ने पुरस्कार वितरण समारोह में भी भाग नहीं लिया था। एफसी गोवा ने आरोप लगाया था कि चेन्नइयिन एफसी के कप्तान और मारकी खिलाड़ी इलानो ब्लूमर ने उनके सह मालिक दत्ताराज सालगांवकर के साथ हाथापाई की थी जिसकी वजह से उन्होंने समारोह में भाग नहीं लिया।