भारत के ग्रीको रोमन पहलवानों की शुक्रवार (22 अप्रैल) को विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में शुरुआत काफी निराशाजनक रही जिसमें कोई भी पहलवान अपने वजन वर्ग के पदक राउंड में जगह नहीं बना सका। पिछले महीने आयोजित हुए पिछले टूर्नामेंट एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन में हरदीप (98 किग्रा) ने इतिहास रच दिया था, वह 2004 एथेंस खेलों के बाद ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले पहले भारतीय ग्रीको रोमन पहलवान बने। 2004 एथेंस ओलंपिक में मौसम खत्री ने ओलंपिक में क्वालीफाई किया था। लेकिन हरदीप का क्वालीफिकेशन भी अन्य पहलवानों को प्रेरित नहीं कर सका और शुक्रवार (22 अप्रैल) को सारे पहलवान टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में ही बाहर हो गये।
अब इनके पास रियो खेलों का टिकट कटाने के लिये केवल एक मौका बचा है जो तुर्की के इस्तांबुल में छह से आठ मई को अंतिम क्वालीफायर (दूसरा विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट) है। गौरव शर्मा (59 किग्रा), रविंदर खत्री (85 किग्रा) और नवीन (130 किग्रा) अपने प्री क्वार्टरफाइनल दौर में हारकर बाहर हो गये जबकि रविंदर 966 किग्रा) और हरप्रीत सिंह (75 किग्रा) क्वालीफिकेशन राउंड की बाधा भी पार करने में असफल रहे।
गौरव प्री क्वार्टरफाइनल में हंगरी के पीटर मोडोस से 0-12 से हार गये, हालांकि उन्होंने अपने क्वालीफिकेशन राउंड में अमेरिका के जेसी डेविड को हरा दिया था। खत्री को कजाखस्तान के अक्षत दिलमुखामेदोव से 0-6 से शिकस्त मिली और अर्मेनिया के एडगर खाचत्रयान ने नवीन को प्री क्वार्टरफाइनल में 8-0 से शिकस्त दी। रविंदर और हरप्रीत को क्वालीफिकेशन बाउट में क्रमश: कजाखस्तान के मीराम्बेक एनागुलोव से 1-10 और रोमानिया के लेई कोजोकारी से 4-7 से शिकस्त मिली।