उदीयमान एथलेटिक्स स्टार नीरज चोपड़ा ने पोलैंड में चल रही आईएएएफ विश्व अंडर 20 चैम्पियनशिप की भालाफेंक स्पर्धा में 86.48 मीटर के साथ जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीता। पहले दौर में उसने 79.66 मीटर का निशाना साधा। इसके बाद हरियाणा के इस 18 वर्षीय खिलाड़ी ने दूसरे दौर में 86.48 मीटर का थ्रो फेंका। इससे पहले अंडर 20 विश्व रिकॉर्ड लाटविया के जिगिस्मंड्स सिरमाइस के नाम था जिसने 8 .69 मीटर का थ्रो फेंका था। चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ने वाले चोपड़ा एथलेटिक्स (जूनियर और सीनियर) में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले पहले भारतीय बन गए। उन्होंने राजिंदर सिंह का 82.23 मीटर का सीनियर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा। वह विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए।
रियो ओलंपिक जा रही सीमा पूनिया ने 2000 विश्व अंडर 20 चैम्पियनशिप में महिलाओं की चक्काफेंक में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन की दोषी पाए जाने के बाद उससे पदक ले लिया गया। बाद में उसने 2002 अंडर 20 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। नवजीत कौर ढिल्लों ने भी 2004 अंडर 20 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। लांग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में सीनियर विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
चोपड़ा की इस उपलब्धि ने उन्हें सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सीनियर खिलाड़ियों की सूची में आठवें स्थान पर ला दिया है हालांकि वह रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। रियो ओलंपिक में पुरुषों के भालाफेंक में क्वालीफिकेशन का मानदंड 83 मीटर था और 11 जुलाई की समय सीमा निकल चुकी है। चोपड़ा इस सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ विश्व अंडर 20 चैम्पियनशिप में पहुंचे थे। उसने फरवरी में गुवाहाटी में दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। चोपड़ा ने कहा,‘मुझे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन सोचा नहीं था कि 86 मीटर पार करके विश्व रिकॉर्ड बनाऊंगा। मेरा लक्ष्य ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना था लेकिन मैं कर नहीं सका। मेरा दूसरा लक्ष्य अंडर 20 विश्व चैम्पियनशिप जीतना था।’ दक्षिण अफ्रीका के जोहान ग्रोबलर ने रजत पदक जीता जबकि ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को कांस्य पदक मिला। खेलमंत्री विजय गोयल ने भी चोपड़ा को विश्व रिकॉर्ड बनाने पर बधाई दी है। उन्होंने उसके लिए 10 लाख रुपए के नकद पुरस्कार का भी ऐलान किया।