मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमैंस ने कहा कि भारत की परिपक्व हॉकी टीम ने चैम्पियंस ट्रॉफी में भले ही इतिहास रच दिया हो लेकिन खिलाड़ियों को रियो ओलंपिक में पोडियम स्थान हासिल करने के लिए काफी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। हॉलैंड के 62 वर्षीय कोच ने कहा कि सोमवार (27 जून) से यहां शुरू होने वाले आगामी छह देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट में भारत का जर्मनी और अर्जेंटीना के खिलाफ प्रदर्शन रियो ओलंपिक खेलों की लय तय कर देगा।
ओल्टमैंस ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारी निरंतरता में काफी सुधार हुआ है लेकिन हमें इससे बेहतर करना होगा। अगले छह हफ्ते सही समय पर शीर्ष पर पहुंचने में काफी अहम होंगे। जब ओलंपिक की बात होती है तो बड़ी टीमें जैसे विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी (गत ओलंपिक चैम्पियन) हमेशा अपने प्रदर्शन का स्तर बढ़ा देती हैं और मैं यही बात खिलाड़ियों को याद दिलाता रहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हम ओलंपिक में पदक की उम्मीद लगाये हैं तो चैम्पियंस ट्राफी में हम जिस स्तर पर खेले थे, यह स्तर ओलंपिक के लिए काफी नहीं होगा।’
भारत सोमवार (27 जून) को ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा और इसके अगले दिन कमजोर आयरलैंड से खेलेगा। बाद में उसका सामना मेजबान स्पेन और फिर न्यूजीलैंड से होगा। ओल्टमैंस ने कहा, ‘छह देशों के टूर्नामेंट में हम अर्जेंटीना और जर्मनी के खिलाफ कैसा खेलते हैं, उससे ओलंपिक में अपना लक्ष्य हासिल करने की लय तय होगी। हमारा ध्यान मैच दर मैच प्रदर्शन करने पर लगा होगा। अगर हमारी यह प्रक्रिया सही क्रम में होगी तो परिणाम खुद आयेंगे। हम प्रत्येक टीम के खिलाफ मैच की रणनीति के कार्यान्वयन पर अडिग रहेंगे।’
मुख्य कोच को लगता है कि भारतीय टीम अब दुनिया की शीर्ष टीमों को कड़ी टक्कर देती है और अपने अच्छे दिन में किसी भी टीम को हरा सकती है। उन्होंने कहा, ‘हमने लंदन में लगातार मैच खेले थे और हार का असर अपने अगले मैच पर नहीं पड़ने दिया। हमने जर्मनी से ड्रा खेलने के बाद ब्रिटेन को हराया। हम हालांकि बेल्जियम से हार गए, हमने फिर कोरिया को हराया, हम आस्ट्रेलिया से हार गए लेकिन फाइनल में उनके खिलाफ बराबरी के बाद पेनल्टी शूटआउट खेला। यह दिखाता है कि हम बतौर टीम कितने परिपक्व हो गये हैं और हार को बेहतर तरीके से निपट सकते हैं। लगातार मैचों में खेलते हुए खिलाड़ियों की फिटनेस के स्तर ने यह दिखा दिया, यह हमारे लिये अच्छा संकेत है।’
हफ्ते भर तक चलने वाले टूर्नामेंट में कप्तान सरदार सिंह भी खेलेंगे जबकि चैम्पियंस ट्राफी में जिन अन्य खिलाड़ियों रूपिंदर पाल सिंह और रमनदीप सिंह को आराम दिया गया था, वे भी टीम के प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाएंगे।