Indian hocky team won bronze medal in Paris Olympics 2024: हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में स्पेन को हरा दिया। स्पेन को हराने के साथ ही भारत के पुरुष टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। भारत ने 50 साल के बाद पहली बार बैक-टू-बैक ओलंपिक में हॉकी में मेडल जीतने का कमाल किया। भारत ने पेरिस ओलंपिक से पहले टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का कमाल किया था। जीत के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए भारतीय टीम को बधाई दी।

भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया

भारतीय टीम मेन्स हॉकी इवेंट में इस बार सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन उसे जर्मनी के हाथों हार मिली थी और टीम फाइनल में पहुंचने से चूक गई थी, लेकिन फाइनल में पहुंचने से बेशक ये टीम चूक गई, लेकिन ब्रॉन्ज को हाथ से नहीं जाने दिया। भारत ने इस मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हरा दिया। वहीं भारत के गोलकीपर पीआर श्रीजेश का भी हॉकी करियर इस मैच के साथ खत्म हो गया जिन्होंने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था। पेरिस ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भी श्रीजेश का प्रदर्शन शानदार रहा और भारत को जीत दिलाने में उनकी भी भूमिका अहम रही। टीम के खिलाड़ियों ने श्रीजेश को कंधे पर बिठाकर मैदान पर चक्कर लगाकर मैदान से विदाई दी।

भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह ने किए 2 गोल

स्पेन के खिलाफ खेले गए ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भारत के लिए दो गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर में किसी भी टीम के द्वारा गोल नहीं किया गया था, लेकिन दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही स्पेन के मिरालेस ने गोल करके स्कोर को 1-0 कर लिया। इसके बाद दवाब में आई भारतीय टीम ने दूसरे हाफ के समाप्त होने से ठीक पहले गोल किया और स्कोर को 1-1 कर लिया। ये गोल भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किया। भारतीय कप्तान ने बुलेट स्ट्राइक से स्पेनिश पीसी डिफेंस को हरा दिया और भारत को बराबरी पर ला दिया। दूसरे हाफ के खेल समाप्त होने के बाद स्कोर 1-1 से बराबर पर आ गया।

भारत के लिए इस मैच में दूसरा गोल तीसरे हाफ में एक बार फिर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने ही किया। हरमनप्रीत सिंह ने स्पेन के गोलकीपर को छकाते हुए इस गोल को किया और भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी। ये हरमनप्रीत सिंह का इस टूर्नामेंट में 10वां गोल रहा। इस पूरे टूर्नामेंट में हरमनप्रीत सिंह ने फ्रंट पर रहते हुए टीम को लीड किया और भारत के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी रहे। भारत ने इसके साथ ही लगातार दूसरी बार ओलंपिक में मेन्स हॉकी इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। ओलंपिक इतिहास में भारत का ये हॉकी में 13वां पदक रहा।

ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के पदक

  • -एम्स्टर्डम 1928 में स्वर्ण
  • -लॉस एंजलिस 1932 में स्वर्ण
  • -बर्लिन 1936 में स्वर्ण
  • -लंदन 1948 में स्वर्ण
  • -हेलसिंकी 1952 में स्वर्ण
  • -मेलबर्न 1956 में स्वर्ण
  • -टोक्यो 1956 में स्वर्ण
  • -मॉस्को 1980 में स्वर्ण
  • -रोम 1960 में रजत
  • -मैक्सिको 1968 में कांस्य
  • -म्यूनिख 1972 में कांस्य
  • -टोक्यो 2020 में कांस्य
  • -पेरिस 2024 में कांस्य