भारत की 22 साल की निशानेबाज मनु भाकर ने देश के लिए पेरिस ओलंपिक में पहला मेडल जीता। मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर पेरिस में भारत का मेडल का खाता खोला। मनु भाकर के लिए बीते तीन साल बहुत उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं लेकिन उनका परिणाम आज मेडल के तौर पर उनके गले में हैं। मनु इसकी सफलता में उनके कोच जसपाल राणा का अहम रोल रहा जिनके साथ इस शूटर का नाता विवादित ही रहा है।

जसपाल राणा के साथ विवादित रहा रिश्ता

जसपाल राणा के नेशनल कोच रहते हुए मनु भाकर के साथ उनका काफी बड़ा विवाद हुआ। हालांकि टोक्यो ओलंपिक में मनु ने तीन इवेंट में हिस्सा लिया लेकिन किसी भी इवेंट के फाइनल में नहीं पहुंच सकीं। इसी के बाद मनु ने फिर से जसपाल राणा के साथ नाता जोड़ा। इसके बाद शुरू हुआ ऐसा सफर जो कि ओलंपिक पोडियम तक पहुंचा।

जसपाल ने दी सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह

जसपाल राणा ने जनसत्ता.कॉम को बताया कि मनु भाकर के साथ उन्होंने बीते तीन सालों में क्या-क्या बदलाव किए। इसमें सबसे अहम था सोशल मीडिया से दूसरी। जसपाल राणा ने बताया कि उन्होंने मनु को इंस्टाग्राम से दूरी बनाने के लिए कहा था लेकिन कभी मजबूर नहीं किया। उनके मुताबिक कोई भी खिलाड़ी यह खुद के लिए करता है। किसी के कहने का कोई फायदा नहीं होता है।

इंस्टाग्राम पर बिताती थीं केवल 10 मिनट

जसपाल राणा ने बताया कि मनु भाकर ने फैसला किया कि वह ओलंपिक तक दिन में केवल 10 मिनट ही इंस्टाग्राम चलाएंगी। इसके बाद बाकी का सारा समय शूटिंग पर ध्यान देंगी। जसपाल के मुताबिक सोशल मीडिया का खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थय पर असर होता है।

पिस्टल ठीक करने की भी ट्रेनिंग की

टोक्यो ओलंपिक में क्वालिफाइंग इवेंट के दौरान मनु भाकर की पिस्टल अटक गई थी। इसी कारण उनका प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ। इस परेशानी को दूर करने के लिए जसपाल राणा ने उन्हें इस बार पिस्टल ठीक करने तक की ट्रेनिंग दिलाई।

जसपाल राणा का कहना था कि हर एक शूटर पिस्टल के बारे में सबकुछ पता होना चाहिए। जसपाल राणा के मुताबिक, ‘ओलंपिक मेडल जीतने के लिए मनु भाकर ने सोशल मीडिया से बनाई दूरी, कोच का गुरुमंत्र- अच्छा ड्राइवर बनना है तो टायर बदलना भी आना चाहिए’।