पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रचकर युवा भारतीय निशानेबाज मनु भाकर बुधवार (8 अगस्त) को भारत पहुंचीं। उनके साथ कोच जसपाल राणा भी थे। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ। बड़ी संख्या में प्रशंसक ओलंपिक पदक विजेता का स्वागत करने के लिए उमड़े। मनु भाकर ने पेरिस में दो मेडल झटकर निशानेबाजी में 12 साल के सूखे को खत्म किया। उन्होंने पेरिस खेलों में भारत का खाता खोला।

मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा और 10 मीटर मिक्स्ड टीम एयर पिस्टल स्पर्धा में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर कांस्य पदक जीता। वह 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा पदक जीतने से चूक गईं। उन्हें चौथे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा। उनका ओलंपिक अभियान रिकॉर्ड दो पदकों के साथ समाप्त हुआ।

मनु और राणा पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाई गईं

भारत के लिए रवाना होने से पहले भाकर ने कहा था कि वह भव्य स्वागत की उम्मीद कर रही हैं और बुधवार को उन्हें निराशा नहीं हुई। एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद युवा खिलाड़ी का स्वागत गुलदस्ते, माला और ढोल से किया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की भारी मौजूदगी के बीच जैसे ही वो बाहर आईं, उन पर और राणा पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाई गईं। इस अवसर पर मनु भाकर के माता-पिता राम किशन और सुमेधा और उनके गृह राज्य हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड (राणा का गृह राज्य) के खेल प्रेमी और अधिकारी मौजूद थे। राणा के पिता भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे।

जसपाल राणा के पिता क्या बोले

उत्तराखंड के पूर्व खेल मंत्री और राणा के पिता नारायण सिंह राणा ने कहा, “हमारे लिए यह गर्व की बात है कि भारत की एक बेटी ओलंपिक में दो पदक जीतकर इतिहास रचकर आ रही है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। वह सिर्फ 22 साल की हैं। वह अपने कोच जसपाल राणा के साथ आ रही हैं। वह मेरा बेटा है। उन्होंने शूटिंग में भारत का नाम रोशन किया। जसपाल राणा और अभिनव बिंद्रा ने इसकी शुरुआत की।”

वापस पेरिस जाएंगी मनु

मनु भाकर के आगमन से बहुत पहले ही लोग एयरपोर्ट पर जमा हो गए थे। भाकर और राणा की तस्वीरों वाले बैनर लेकर नाच-गाकर उनकी उपलब्धि का जश्न मनाया। भाकर दोपहर में खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात करेंगी। वह रविवार को पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को पेरिस वापस जाएंगी, जहां वह भारत की ध्वजवाहक होंगी।