अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने रविवार को यहां कहा कि उसैन बोल्ट ने एथलेटिक्स के लिए वही किया जो मोहम्मद अली ने मुक्केबाजी के लिए किया था लेकिन जब यह फर्राटा धावक संन्यास लेगा तब भी यह खेल जीवंत बना रहेगा।

जमैका के बोल्ट ने 2008 से ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में विभिन्न फर्राटा दौड़ के 18 स्वर्ण पदकों में से 17 अपने नाम किए हैं। बोल्ट के संन्यास लेने के बाद इस खेल में भारी शून्य पैदा हो जाएगा लेकिन को ने ट्रैक एंड फील्ड की अगली पीढ़ी पर पूरा भरोसा दिखाया।

को ने विश्व चैंपियनशिप के आखिरी दिन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह 1960 और 1970 जैसा ही अहसास है जब ऐसी चर्चा हो रही थी मोहम्मद अली के संन्यास लेने के बाद मुक्केबाजी का क्या होगा। लेकिन मोहम्मद अली के बाद मार्विन हैगलर, थामस हर्न्स, सुगर राय लियोनार्ड, फ्लायड मेवेदर आए। ऐसा होता है। को ने माना कि बोल्ट की राह पर चलना मुश्किल है।

उन्होंने कहा- हां, मैं मानता हूं कि मोहम्मद अली के बाद मुझे नहीं लगता कि उसैन बोल्ट की तरह किसी अन्य महिला या पुरुष खिलाड़ी ने लोगों का इतना ज्यादा ध्यान अपनी तरफ खींचा होगा या अपने खेल को तेजी से इतने आगे बढ़ाया होगा।