ऑकलैंड के ईडन पार्क मैदान पर शुक्रवार को भारतीय टीम ने धमाकेदार वापसी करते हुए न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराया। इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी की। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 158 रन ही बना सकी। 159 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने इसे 18.5 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैच के दौरान स्टेडियम में मौजूद एक महिला मीटू (MeToo) कैंपेन का पोस्टर लेकर नजर आई। इस पोस्टर पर लिखा था, ‘जागो… न्यूजीलैंडक्रिकेट #मीटू” (Wake up NZC #MeToo)। इस पोस्टर पर किसी नाम नहीं लिखा था। लेकिन यह पोस्टर किस खिलाड़ी के नाम की ओर इशारा कर रही थी, ये बात वहां मौजूद सभी लोगों को पता था। दरअसल, न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज स्कॉट कुग्गेलैन पर एक महिला ने साल 2015 में रेप का आरोप लगाया था।

दो साल के बाद इस मामले में स्कॉट कुग्गेलैन को निर्दोष करार देकर हैमिल्टन डिस्ट्रिक कोर्ट ने उनको बरी भी कर दिया। हालांकि, न्यूजीलैंड की जनता इसे सच नहीं मानती और उन्हें लगता है कि जांच के दौरान खिलाड़ी को बचाने की कोशिश की गई है। 27 वर्षीय स्कॉट कुग्गेलैन न्यूजीलैंड की नॉर्दन डिस्ट्रिक्ट के लिए ऑलराउंडर के तौर पर खेलते रहे हैं। भारत के खिलाफ पहले टी-20 मैच के दौरान वह मिले मौके का कुछ खास फायदा नहीं उठा पाए।

शुरुआती दोनों मुकाबले में वह बल्ले और गेंद दोनों से ही कोई कमाल करने में कामयाब नहीं रहे। इन दोनों मुकाबलों के दौरान वह बल्ले से सिर्फ 22 रन ही बना सके हैं। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 66 रन खर्च किए। इस दौरान उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई।