भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर विश्व मंच पर अपनी बादशाहत साबित की। शुक्रवार रात (स्थानीय समय) पेरिस डायमंड लीग में नीरज ने पहले ही राउंड में 88.16 मीटर का शानदार थ्रो फेंककर खिताब अपने नाम कर लिया। हालांकि बीच के तीन राउंड में उनके थ्रो नो-मार्क रहे, लेकिन पहले राउंड का उनका यह थ्रो पूरे मुकाबले में अव्वल रहा और उन्हें जीत दिलाने के लिए काफी था।
पहले राउंड में ही बजा जीत का डंका
नीरज ने मुकाबले की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की। पहले ही थ्रो में उन्होंने 88.16 मीटर की दूरी नापकर बढ़त हासिल कर ली। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.88 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कड़ी टक्कर दी, लेकिन वह नीरज को पछाड़ नहीं सके। तीसरा स्थान ब्राजील के मौरिसियो लुइज डा सिल्वा ने 86.62 मीटर के थ्रो के साथ हासिल किया।
मुकाबले का रोमांच
पहले राउंड में नीरज ने 88.16 मीटर के साथ बढ़त बनाई, जबकि वेबर 87.88 मीटर और त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वालकॉट 80.94 मीटर के साथ पीछे रहे। दूसरे राउंड में वेबर ने 86.20 मीटर का थ्रो फेंका, जबकि नीरज का थ्रो 85.10 मीटर रहा। वालकॉट ने भी 81.66 मीटर के साथ मामूली सुधार किया। तीसरे राउंड में मौरिसियो ने 86.62 मीटर का थ्रो फेंककर अपनी उपस्थिति दर्ज की।
चौथे और पांचवें राउंड में वेबर ने क्रमशः 83.13 मीटर और 84.50 मीटर के थ्रो के साथ वापसी की कोशिश की, लेकिन वह 88 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके। अंतिम राउंड में नीरज ने 82.89 मीटर का ठोस थ्रो फेंका, जबकि वेबर 81.08 मीटर और मौरिसियो 78.56 मीटर ही फेंक पाए।
एक थ्रो ने तय की जीत
मध्य के राउंड में कुछ असंगतियों के बावजूद, नीरज का पहला वैध थ्रो इतना दमदार था कि वह पूरे मुकाबले में अजेय रहा।
नीरज चोपड़ा क्लासिक का इंतजार
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज अब 5 जुलाई को होने वाले पहले नीरज चोपड़ा क्लासिक में हिस्सा लेंगे। यह आयोजन मूल रूप से 24 मई को होना था, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के कारण इसे स्थगित कर 5 जुलाई को आयोजित करने का फैसला लिया गया।