भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने 27वें नेशनल फेडरेशन कप के साथ घर वापसी की। नीरज चोपड़ा ने तीन साल बाद घर पर खेलते हुए 82.27 मीटर के साथ गोल्ड जीता। ओलंपिक मेडलिस्ट यहां काफी सतर्क होकर खेलते हुए नजर आए। उन्हें देखकर साफ नजर आ रहा था कि वह इंजरी के खतरे से बचना चाह रहे हैं।
वहीं डायमंड लीग के बाद एशियन गेम्स सिल्वर मेडलिस्ट किशोर जेना का निरशाजनक प्रदर्शन यहां भी जारी रहा। वह अपने छह अटेंप्ट में 80 मीटर का मार्क भी पार नहीं कर सके। हालांकि 24 साल के मनु डीपी ने यहां जरूर प्रभावित किया। वह पहले थ्रो के साथ ही नीरज को टक्कर देते हुए नजर आए लेकिन आखिर में लय खो बैठे।
नीरज ने इवेंट के पहले थ्रो में 82.0 की दूरी तय की। इस इवेंट में उनके साथ एशियन गेन्स के सिल्वर मेडलिस्ट किशोर कुमार जेना, टोक्यो ओलंपियन शिवपाल यादव, युवा खिलाड़ी डीपी मनु भी हिस्सा ले रहे थे। पहले राउंड के बाद डीपी मनु 82.06 मीटर के साथ सबसे आगे थे।
दूसरे राउंड के बाद भी टॉप पर डीपी मनु
दूसरे राउंड में नीरज चोपड़ा ने जानबूझकर फाउल किया। पहले राउंड लीड लेने के बाद डीपी मनु केवल 77.23 की ही दूरी हासिल कर सके। वहीं किशोर जेना ने भी जानबूझकर फाउल किया।
किशोर जेना का दूसरा फाउल
तीसरे राउंड में डीपी मनु ने वाली की और इस बार 81.43 मीटर का थ्रो फेंका, नीरज चोपड़ा ने भी 81.29 का थ्रो फेंका। किशोर जेना ने फिर फाउल किया। चौथे राउंड में किशोर जेना ने फिर फाउल किया। वहीं नीरज चोपड़ा ने 82.27 मीटर के थ्रो के साथ फिर से लीड हासिल की। डीपी मनु ने इस थ्रो में 81.47 मीटर की दूरी की। टोक्यो ओलंपियन शिवपाल यादव टॉप 8 में जगह नहीं बना पाए।
नीरज ने नहीं लिया पांचवां और आखिरी अटेंप्ट
नीरज ने चोपड़ा ने अपने कोच और फीजियो से बात की और फैसला किया कि वह पांचवां अटेंप्ट नहीं लेंगे। आखिरी अटेंप्ट में किशोर जेना ने 74.25 मीटर का थ्रो फेंका वहीं डीपी मनु ने फाउल किया। इसके साथ ही नीजर का गोल्ड पक्का हो गया। नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘घर पर खेलते हुए अच्छा लगा। दोहा से आया था तो अच्छे से रिकवरी नहीं हो पाई थी। थकान थी। इसलिए अच्छा नहीं कर पाया। मैंने कोच और फीजियो से बात करके फैसला किया कि चार थ्रो के बाद मैं आखिर के दो थ्रो नहीं लूंगा।’
