पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी और छतीसगढ़ टीम की कप्तानी कर रहे मोहम्मद कैफ एक विवाद में घिर गए हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में छतीसगढ़ की टीम की अगुवाही कर रहे कैफ अपनी टीम के साथ मैदान छोड़कर बाहर चले गए। दरअसल कैफ अंपायर के एक फैसले से नाराज थे। अंपायर ने कैफ की टीम की अपील को नकार दिया। जिसके बाद कैफ ने तीसरे अंपायर के फैसले के दखल की अपील की लेकिन फिल्ड पर खड़े अंपायर ने इसे नकार दिया। कैफ इससे नाराज हो गए और अपनी टीम के साथ मैदान छोड़कर चल गए। मैच रेफरी नितिन गोयल ने मामले में हस्तक्षेप किया जिसके बाद मामला शांत हुआ और टीम के सारे खिलाड़ी मैदान पर वापस आए। ये सब कोलकाता के जाधवपुर यूनिवर्सिटी मैदान पर खेले जा रहे मैच में हुआ।

कैफ की टीम(छत्तीसगढ़) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवर में 199 रन बनाए थे। कर्नाटक की टीम को जीत के लिए 50 ओवर में 200 रन बनाने थे। कर्नाटक की टीम की शुरुआत ठीक रही। कर्नाटक के ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को छत्तीसगढ़ के गेंदबाज ओमकार वर्मा ने गेंद की। जिसके बाद अपील की गई। ऐसा लग रहा था कि गेंद मयंक के बल्ले के किनारे से लगकर गेंद विकेट कीपर के पास गई है। जोरदार अपील के बाद अंपायर ने मयंक को आउट नहीं दिया। फैसले से कप्तान कैफ असंतुष्ट दिखे। अंपायर से बात करने के बाद तीसरे अंपायर का हस्तक्षेप चाहा। लेकिन बात नहीं मानी गई जिसके बाद अपनी टीम को लेकर मैदान से बाहर चले गए। इस मैच में मयंक अग्रवाल 66 गेंदों में 76 रन बनाए। कर्नाटक की टीम ने 37.3 ओवरों में 7 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस मैच में मनीष पांडे ने कर्नाटक टीम की कप्तानी कर रहे थे जिन्होंने 34 रन बनाए।

भारत के लिए मोहम्मद कैफ ने 125 एकदिवसीय खेले हैं और इसमें उनके नाम 2 शतक की मदद से 2753 रन दर्ज हैं। वहीं प्रथम श्रेणी के 178 मैचों में उन्होंने 39.84 की औसत और 19 शतक की मदद से अभी तक 10001 रन बनाये हैं। 2003 विश्व कप की टीम में वो शामिल थे। नैटवेस्ट सीरीज के अलावा कैफ ने अपनी कप्तानी में भारत को 2000 में अंडर 19 विश्व कप में भी जीत दिलाई थी।