भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले गए हालिया टेस्ट मैच में सिर्फ गेंद और बल्ले का ही मुकाबला नहीं था, बल्कि जज्बातों और मानसिक मजबूती का भी था। इंग्लैंड ने यह रोमांचक टेस्ट 22 रन से जीत लिया, लेकिन इस मैच में कई ऐसे लम्हे सामने आए, जिसने क्रिकेट की खेल भावना पर सवाल खड़े कर दिए। मैच के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ी बार-बार स्लेजिंग करते नजर आए।

खासकर आखिरी दिन जब मुकाबला बेहद नाज़ुक मोड़ पर था, तो गेंद और जुबानी जंग दोनों चल रही थीं। इस तनाव भरे माहौल के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने एक सनसनीखेज दावा किया है। उनके मुताबिक, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर की योजना जसप्रीत बुमराह को आउट करने से ज्यादा उन्हें चोट पहुंचाने की थी।

विपक्षी टीम के मुख्य गेंदबाज को चोट पहुंचाने की रहती है मंशा

मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर ने जानबूझकर बुमराह के खिलाफ शॉर्ट बॉल फेंकने की रणनीति अपनाई थी। उनकी प्लानिंग थी कि अगर बुमराह आउट नहीं होते हैं तो उनकी अंगुली या कंधे पर मारकर खेल से बाहर कर दो। यह एक सोची-समझी रणनीति थी, क्योंकि इंग्लैंड जानता था कि बुमराह भारत के प्रमुख गेंदबाज हैं। वे जानते थे कि जसप्रीत बुमराह को चोटिल करने से उन्हें फायदा मिलेगा।’

मोहम्मद कैफ ने कहा, ‘गेंदबाजों के दिमाग में यही रहता है कि विपक्षी टीम के मुख्य गेंदबाज को चोट पहुंचाओ। जिसके खिलाफ हमारे बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करना मुश्किल लगता है। यही योजना थी, जो बाद में (बुमराह को आउट करने के लिए) काम आई।’

रविंद्र जडेजा का संघर्ष, जसप्रीत बुमराह की जिद

टेस्ट के अंतिम दिन रविंद्र जडेजा ने अकेले मोर्चा संभाला हुआ था। उन्हें दूसरे छोर से किसी अनुभवी बल्लेबाज का साथ चाहिए था, लेकिन विकेट गिरते रहे। इस बीच जसप्रीत बुमराह मैदान पर उतरे और जडेजा के साथ दूसरे सत्र में डटे रहे। इंग्लैंड पूरी तरह हावी था, लेकिन बुमराह ने 54 गेंद तक टिककर इंग्लैंड को जीत से दूर रखा।

बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर लगातार बाउंसर डालते रहे, बुमराह को पुल करने के लिए उकसाते रहे। बुमराह ने एक बार पुल किया भी, लेकिन गेंद बल्ले पर सही नहीं आई और वह 5 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बावजूद उन्होंने जो साहस और धैर्य दिखाया, उसने भारत की उम्मीदों को थोड़ी देर के लिए जरूर जिंदा रखा।

सीरीज में फिर से इंग्लैंड की बढ़त

लॉर्ड्स टेस्ट की इस जीत के साथ इंग्लैंड ने पांच मैच की सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली। भारत ने भले ही बर्मिंघम के एजबेस्टन में पिछला मुकाबला 336 रन से जीतकर इतिहास रच दिया हो, क्योंकि वह इस मैदान पर भारत की पहली टेस्ट जीत थी, लेकिन लॉर्ड्स में मिली हार ने भारत के लिए आगे की राह चुनौतीपूर्ण बना दी है। अब अगला टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा। ओल्ड ट्रैफर्ड एक ऐसा मैदान है, जहां भारत को अब भी पहली टेस्ट जीत का इंतजार है।