भारतीय पुरुष डबल्स में चिराग शेट्टी और सात्विकसाईंराज रंकीरेड्डी बीडब्ल्यूएफ 1000 के सेमीफाइनल में कोरियाई जोड़ी को मात देकर फाइनल में जगह पक्की की। पहले गेम जीतने के बाद टीम दूसरे गेम में पिछड़ रही थी। हालांकि इस जोड़ी ने कमाल की वापसी करते हुए गेम के साथ मैच भी अपने नाम किया। यह पहला मौका है जब भारत की ओर से किसी ने इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले किसी भी वर्ग में कोई भी भारतीय फाइनल में नहीं पहुंच सका था।
47 मिनट में जीता मुकाबला
पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली दुनिया की दूसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने 47 मिनट तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मैच में 21-18 22-20 से जीत दर्ज की। दूसरी वरीयता प्राप्त सात्विक और चिराग ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में चीन के रेन जियांग यू और हे जी टिंग को सीधे गेम में हराया था।
सात्विक ने दूसरे गेम में की वापसी
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने पहला गेम 21-18 से अपने नाम किया। 21 मिनट तक चले इस गेम में में कड़ा मुकाबला देखने को मिला। उन्होंने पहले गेम में एक समय पर 5-0 की लीड बना ली थी हालांकि फिर कोरियाई जोड़ी ने अच्छी वापसी की। ब्रेक के समय कर भारतीय जोड़ी ने 11-8 की बढ़त बना ली थी। ब्रेक के बाद कोरियाई जोड़ी ने वापस की। उन्होंने आखिर में तीन मैच पॉइंट सेव किए लेकिन अंत में भारतीय जोड़ी गेम अपने नाम करने में कामयाब रही।
दूसरे गेम में भारत की जबरदस्त वापसी
सेओ और कांग ने दूसरे गेम में सतर्क शुरुआत करने के बाद अपना दबदबा बनाना शुरू किया। इस जोड़ी ने 9-4 और फिर कुछ शानदार रैली के दम पर 11-6 की बढ़त के साथ भारतीय जोड़ी को परेशान किया। पहले गेम में सेओ बेहतर खिलाड़ी लगे तो वही दूसरे गे में कांग ने ज्यादा प्रभावित किया। कोरिया की टीम 17-11 से आगे थी और सात्विक तथा चिराग इस गेम में वापसी का की कोशिश कर रहे थे। सात्विक और चिराग ने 14-20 से पिछड़ने के बाद शानदार मानसिक माजबूती दिखाई जिससे कोरियाई जोड़ी ने कई बार शटल को नेट पर खेल दिया। उन्होंने सही समय पर लय हासिल कर लगातार आठ अंक जुटा कर कोरिया की जोड़ी को हैरत में डालते हुए मैच जीत लिया।