आज (छह जुलाई) को पूर्व क्रिकेटर मखाया एंटिनी का जन्मदिन है। हो सकता है कि आज की पीढ़ी के क्रिकेटप्रेमी उनके नाम से ज्यादा परिचित न हों लेकिन उनकी उपलब्धियों के बारे में जानकार इस खेल का कोई भी शैदाई उनका मुरीद हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की निगहबान संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एंटिनी को बधाई देते हुए लिखा, “वो दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट में तीसरे सबसे अधिक विकेट (390) और वनडे में चौथे सबसे अधिक विकेट (265) लेने वाले गेंदबाज हैं।” अगर बात क्रिकेट के सभी प्रारूपों की करें तो एंटिनी दक्षिण अफ्रीका के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं।

मखाया एंटिनी का जन्म छह जुलाई 1977 को दक्षिणा अफ्रीका के केप प्रोविंस में हुआ था। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने मखाया एंटिनी को बधाई देते हुए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में एक बताया। सहवाग ने ट्वीट किया, “दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में एक मखाया एंटिनी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। भारत में बहुत से लोगों के लिए वो नितिन हैं।” एंटिनी ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट और वनडे क्रिकेट में 1998 में पदार्पण किया था। उसके बाद एक दशक से अधिक वक्त तक अपनी टीम की गेंदबाजी की रीढ़ बने रहे। एंटिनी ने साल 2005 में अफना पहला टी-20 मैच खेला।

साल 2011 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने तक एंटिनी के खाते में कई खास उपलब्धियां शामिल हो चुकी थीं। संन्यास लेने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में वो इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाले 15वें गेंदबाज बन चुके थे।  उन्होंने अपने करियर में क्रिकेट के सभी प्रारूपों में कुल 284 मैचों में 662 विकेट लिए। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों में उनसे बेहतर प्रदर्शन केवल शॉन पोलॉक का रहा है जिन्होंने अपने करियर में 829 विकेट लिए। ।

मखाया एंटिनी को केवल क्रिकेट के मैदान पर आने वाली मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा। वो दक्षिण अफ्रिका के पहले काले गेंदबाज थे जो राष्ट्रीय टीम में जगह बना पाए। दक्षिण अफ्रिका के रंगभेद के काले और लम्बे अध्याय को जानने वाले समझ सकते हैं कि अपने देश में एंटिनी क्यों आज भी नौजवानों के लिए प्रेरणास्रोत की हैसियत रखते हैं।