छह बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन की जींस वर्ल्ड रैपिड चैंपियमशिप में चर्चा का कारण बन गई। इस खिलाड़ी को जींस पहनकर खेलने के लिए 200 डॉलर जुर्माना लगाकर डिस्क्वालिफाई किया गया। कार्लसन ने डिस्क्वालिफाई होने के बाद भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद की योग्यता पर सवाल उठाए थे। आनंद फीडे के उपाध्यक्ष है। इन सबस के बाद भी खेल की अंतरराष्ट्रीय संस्था फीडे ने ही खुद ही कार्लसन को जींस पहनकर खेलने की अनुमति दे दी।

विश्वनाथन आनंद ने कार्लसन को बताया अपराधी

विश्वनाथन आनंद ने मैग्नस कार्लसन को नियम तोड़ने का अपराधी बताया था। उन्होंने चेसबेस इंडिया से कहा, ‘कार्लसन ने नियम मानने से इनकार कर दिया। हमारे पास कोई विकल्प नहीं था। आज का फैसला भावुकता से भरा लग सकता है लेकिन मैग्नस समझौते के लिए तैयार नहीं थे।’

आनंद के खिलाफ कार्लसन ने दिया बड़ा बयान

जवाब में मैग्नस कार्लसन ने कहा कि आनंद के साथ उनकी बातचीत का कोई हल नहीं था। कार्लसन ने कहा आनंद ने उन्हें आरबिटर्स की बात मानने को कहा। कार्लस ने कहा, ‘आनंद ने कहा कि वह नहीं जानते कि वह कुछ कर सकते हैं या नहीं और मुझे आरबिटर्स की बात माननी चाहिए। उसमें शायद बहुत गुण होंगे लेकिन वह इस काम के लिए तैयार नहीं है। मुझे ऐसा लगता है।’

फिडे से खिलाड़ियों को जींस पहनकर खेलने की अनुमति मिलने के बाद दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में लौटे जिन्हें ड्रेस कोड के उल्लंघन के कारण रैपिड वर्ग से बाहर कर दिया गया था ।

नीति में बदलाव की हुई घोषणा

नीति में बदलाव की घोषणा करते हुए अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के अध्यक्ष अर्काडी वोरवोविच ने कहा ,‘‘मैंने पोशाक की उपयुक्तता के संबंध में निर्णय लेने में फिडे अधिकारियों को अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए इस नजरिये का प्रयोग करने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘नियम सरल है कि आधिकारिक ड्रेस कोड का अभी भी पालन करना होगा लेकिन थोड़े से बदलाव (जैकेट के साथ जींस) की अनुमति दी गई है। फिडे को यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि मैग्नस कार्लसन फिडे विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में भाग लेंगे।’’