आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में चैंपियन का फैसला बाउंड्री काउंट के आधार पर किया गया। इसमें न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड ने पहली बार विश्वकप पर अपना कब्जा जमाया। दो बार टाई रहे इस मुकाबले के हीरो इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स रहे, जिन्होंने एक कमाल की पारी खेलते हुए अपनी टीम के इस सपने को हकीकत में बदल दिया। क्रिकेट का जन्मदाता कहा जाने वाला इंग्लैंड स्टोक्स की इस पारी के दम पर 44 साल बाद विजेता बन सका है। हालांकि इस यादगार पारी के साथ स्टोक्स ने अपने एक पुराने कलंक को भी धो लिया है, जो उनपर 2016 में टी-20 विश्वकप के दौरान लगा था।
जब विलेन बने थे स्टोक्सः बता दें कि 2016 में टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। इसके आखिरी ओवर में जीत के लिए विंडीज को 19 रनों की दरकार थी। बल्लेबाजी कार्लोस ब्रैथवेट कर रहे थे, जिन्होंने शुरुआती चार गेंदों में ही चार छक्के लगाकर जीत वेस्टइंडीज के नाम कर दी थी। बुरी तरह हुई धुनाई के बाद स्टोक्स के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। हालांकि, अपनी टीम को क्रिकेट का बादशाह बनाकर स्टोक्स ने अपनी पुरानी बातों पर पर्दा डाल दिया है।
इस मैच में 242 रनों का जब पीछा करने इंग्लैंड की टीम उतरी तो उसे शुरुआती झटके लगे। मुश्किल समय में स्टोक्स और बटलर बल्लेबाजी करने आए और दोनों ने 110 रनों की साझेदारी की। बटलर आउट हो गए लेकिन स्टोक्स एक छोर पर जमे रहे। मैच जब सुपरओवर में पहुंचा तो उसके बाद भी स्टोक्स बल्लेबाजी करने के लिए और दो चौके जड़कर 16 रनों का टारगेट न्यूजीलैंड को दिया। उन्होंने 84 रनों की एक नाबाद पारी खेली।