भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने कौशल, दृढ़ता और टीम भावना का परिचय देते हुए आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत हासिल की। यह ऐतिहासिक प्रदर्शन अमोल मजूमदार के मार्गदर्शन में हुआ। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अक्टूबर 2023 में अमोल मजूमदार को सीनियर महिला टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था।
बिना इंटरनेशनल डेब्यू के भी लीजेंड
अमोल अनिल मजूमदार घरेलू क्रिकेट के पूर्व स्टार हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वह भारतीय क्रिकेट के उन चुनिंदा दिग्गजों में हैं, जो बिना इंटरनेशनल डेब्यू किए भी लीजेंड बने। वह मुंबई और बाद में असम के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अमरजीत कायपी को पीछे छोड़ते हुए सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड बनाया और 1993-94 सीजन में बॉम्बे के लिए हरियाणा के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी पदार्पण मैच में विश्व रिकॉर्ड 260 रन बनाकर सुर्खियां बटोरीं।
सचिन-द्रविड़-गांगुली के दौर में शुरू हुआ करियर
अमोल मजूमदार का करियर उस समय शुरू हुआ जब भारतीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली का उभार हो रहा था। अमोल मजूमदार ने बीपीएम हाईस्कूल से पढ़ाई की और फिर गुरु रमाकांत आचरेकर की सलाह पर शारदाआश्रम विद्यामंदिर स्कूल में दाखिला लिया। वहां उनकी मुलाकात सचिन तेंदुलकर से हुई।
अपने करियर के शुरुआती दिनों में अमोल मजूमदार को ‘भविष्य का तेंदुलकर’ कहा जाता था। वह 1994 के इंग्लैंड दौरे पर भारत की अंडर-19 टीम के उप-कप्तान थे। उन्होंने राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ इंडिया ए के लिए भी खेला। अमोल मजूमदार हालांकि, कभी सीनियर राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाए।
अपनी कप्तानी में मुंबई को रणजी चैंपियन बनाया
अमोल मजूमदार ने घरेलू क्रिकेट में अपना करियर जारी रखते हुए 2006-07 में मुंबई की कप्तानी करते हुए रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। उस सीजन उन्होंने टीम के लिए सर्वाधिक रनों का अशोक मांकड़ का रिकॉर्ड तोड़ा। बाद में वह 2009 में असम और 2012 में आंध्र प्रदेश की टीम में शामिल हुए, लेकिन युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए उन्होंने टीम से संन्यास ले लिया।
इन टीमों को दी अपने सेवाएं
संन्यास लेने के बाद अमोल मजूमदार ने कोचिंग की दुनिया में कदम रखा और भारत की अंडर-19 और अंडर-23 टीमों के लिए बल्लेबाजी कोच, नीदरलैंड्स क्रिकेट टीम के सलाहकार और आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच के रूप में काम किया। उन्होंने भारत दौरे के दौरान दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय टीम को भी कुछ समय के लिए कोचिंग दी और मुंबई टीम के मुख्य कोच बने।
2023 में बने थे महिला टीम के हेड कोच
साल 2023 में भारतीय महिला राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। उनके नेतृत्व में टीम ने सख्त फिटनेस रूटीन, माइंडसेट ट्रेनिंग, आक्रामक और आधुनिक क्रिकेट रणनीति और डोमेस्टिक टैलेंट को ग्रूमिंग पर फोकस किया।
अमोल मजमूदार का रिकॉर्ड तोड़ने वाले बल्लेबाज से लेकर मेंटर तक का सफर भारतीय क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में, भारतीय महिला क्रिकेट टीम न केवल ऐतिहासिक जीत हासिल कर रही है, बल्कि अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य भी गढ़ रही है।

