world cup 2019: इस विश्वकप में खिताब की सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही इंग्लैंड ने विश्वकप के पहले ही मैच में पहले बल्ले से और फिर गेंद से शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 104 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस मैच में इंग्लैंड के हीरो भले ही बैन स्टोक्स रहे हो लेकिन विश्वकप का अपना पहला मैच खेल रहे जोफ्रे आर्चर ने शानदार गेंदबाजी कर सबको अपना मुरीद बना लिया। आर्चर ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 7 ओवर में मात्र 27 रन देते हुए तीन विकेट चटकाए। इस दौरान उन्होंने एक मेडन ओवर भी डाला।
विश्वकप शुरू होने से पहले आर्चर को लेकर इंग्लैंड लगातार सुर्ख़ियों में बना हुआ था। पहले चुनी गई टीम में इंग्लैंड ने आर्चर को शामिल नहीं किया था लेकिन बाद में उन्होंने डेविड विली की जगह विश्वकप टीम का हिस्सा बना लिया। इतना ही नहीं आर्चर को इंग्लैंड का नागरिक बनाने के लिए और टीम में शामिल करने के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपना नियम भी बदला। जोफ्रा आर्चर एक कैरिबियाई खिलाड़ी हैं। उनका जन्म बारबाडोस में हुआ था लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंग्लैंड की काउंटी टीम से की। इंग्लैंड चाहता था कि जोफ्रे जैसा खिलाड़ी उनके देश से खेले इसलिए उन्होंने विदेशी खिलाड़ियों के लिए अपना 7 साल रेजीडेंसी का रूल बदल दिया। अगर सात साल का नियम रहता तो उसके हिसाब से आर्चर 2022 से पहले इंग्लैंड टीम में नहीं आ सकते थे। तब तक इस क्रिकेटर की उम्र भी 27 साल हो जाती। साथ ही उस नियम के हिसाब से आर्चर को एक साल में 210 दिन यूके में ही रहना जरूरी था, जिससे वो दुनिया के दूसरे देशों में टी20 लीग्स भी नहीं खेल पाते। लेकिन आर्चर के टैलेंट को देखते हुए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने इस नियम को ही बदल डाला।
आर्चर अब इंग्लैंड के लिए विश्वकप खेल रहे हैं और अपने पहले ही मैच में उन्होंने अपनी काबिलियत का तकाजा भी दे दिया। बता दें गुरुवार को खेले गए मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। इंग्लैंड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए जैसन रॉय (53 गेंदों पर 56 रन) और जो रूट (59 गेंदों पर 53 रन) के दूसरे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी की मदद से आठ विकेट पर 311 रन बनाए। इन दोनों के अलावा इयोन मोर्गन (60 गेंदों पर 57) और स्टोक्स (79 गेंदों पर 89) ने चौथे विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की। ओवल की पिच पर अपेक्षित उछाल नहीं था और ऐसे में बल्लेबाजों के लिए शॉट जमाना आसान नहीं रहा लेकिन आर्चर ने अपनी शार्ट पिच गेंदों का अच्छा इस्तेमाल करके दक्षिण अफ्रीकी खेमे में दहशत फैला दी। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से क्विंटन डी कॉक (74 गेंदों पर 68) और रोसी वान डर डुसेन (61 गेंदों पर 50) ने अर्धशतक जमाये लेकिन उसकी टीम 39।5 ओवर में 207 रन पर ढेर गयी। यह विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी हार है।