इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अपने ओपनर जेसन रॉय पर दो मैचों का बैन एवं 2,500 पाउंड का जुर्माना लगा दिया है। ईसीबी ने इसके कारण का खुलासा नहीं किया है लेकिन इतना कहा है कि जेसन पर यह कार्रवाई बुरे व्यवहार के चलते हुई थी। बोर्ड की ओर से जारी बयान के मुताबिक रॉय के व्यवहार में यदि सुधार नहीं होता है, तो उन्हें एक साल का भी निलंबन झेलना पड़ सकता है।
ईसीबी ने जारी किए गए अपने बयान में कहा, ‘क्रिकेट अनुशासन समिति (CDC) के अनुशासन पैनल ने जेसन रॉय के खिलाफ अपना फैसला सुनाया है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है। उनके इस व्यवाहर से क्रिकेट, ईसीबी और उनकी खुद की बदनामी हुई है। उन्होंने ईसीबी की गाइडलाइंस के 3.3 का उल्लंघन किया है।’
बयान में आगे कहा गया कि, ‘जेसन रॉय इंग्लैंड के अगले उन दो मैचों से सस्पेंड हो गए हैं जिनमें वह चयन के लिए उपलब्ध थे। अगर उनके व्यवहार में सुधार नहीं आया तो यह निलंबन 12 महीने का भी किया जा सकता है। उन पर 2,500 पाउंड का जुर्माना भी लगाया गया है जो उन्हें 31 मार्च 2022 तक भरना होगा। हालांकि, बोर्ड ने इस कार्रवाई का मुख्य कारण नहीं बताया है।’
क्या आईपीएल से नाम वापस लेने की मिली सजा?
ईसीबी ने जेसन रॉय को सजा क्यों दी है इस बात की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है। बोर्ड के नियमों के अनुसार यदि किसी कार्रवाई का कारण अनुचित है तो उसकी पुष्टि करना अनिवार्य नहीं होता है। रॉय ने हाल ही में अचानक बायो-बबल की थकान का हवाला देते हुए गुजरात टाइटंस से अपना नाम आईपीएल 2022 से पहले वापस ले लिया था। फ्रेंचाइजी ने उन्हें नीलामी में 2 करोड़ के बेस प्राइज पर खरीदा था।
अटकलें यह भी हैं कि क्या इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने रॉय के ऊपर इस व्यवहार के चलते कार्रवाई की है। हालांकि, यह सिर्फ अटकलें है ऐसी कोई पुष्ट जानकारी नहीं है। ईसीबी ने अपने बयान में एक जगह कहा है कि, इससे ईसीबी और क्रिकेट की साख को नुकसान पहुंचा है। जिसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा कि हो सकता है कि इसलिए (आईपीएल से हटने) बोर्ड ने सजा दी हो।
जेसन रॉय ने इंग्लैंड के लिए जनवरी के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। वह आखिरी बार वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में खेलते नजर आए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग(PSL) में क्वेटा ग्लैडिएटर्स के लिए खेलते देखा गया। इसके बाद आईपीएल की नीलामी में वह हार्दिक पंड्या की गुजरात के साथ जुड़े लेकिन कुछ वक्त बाद ही उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।