ऊपर वाला देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है लेकिन कब देता है उसका इंतजार करना पड़ता है। ऐसा ही कुछ हुआ है युवा भारतीय खिलाड़ी एन तिलक वर्मा के साथ 2020 अंडर-19 वर्ल्ड कप की रनर अप टीम का हिस्सा रहे तिलक को आईपीएल 2022 का टिकट मुंबई इंडियंस ने दे दिया है। तिलक अब करोड़पति बन गए हैं लेकिन उनकी शुरुआती राह इतनी आसान नहीं थी।
8 नवंबर 2002 को हैदराबाद में जन्मे तिलक वर्मा के पिता पेशे से इलेक्ट्रीशियन थे। वह आर्थिक रूप से इतने कमजोर थे कि वह अपने बेटे के सपने का साकार नहीं कर सकते थे। जब एक इलेक्ट्रीशियन पिता अपने बेटे की क्रिकेट की जरूरतों को पूरा करने में विफल रहा, तो उसके सभी खर्चों का ध्यान रखने और उससे बढा़ने के लिये एक कोच आगे आया।
इस तरह से वह नौ साल का लड़का, जो कभी हैदराबाद के चंद्रयानगुट्टा इलाके की गलियों में खेल रहा था। वह अब 19 वर्ष की उम्र में इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में 1.7 करोड़ रुपये में खरीदा जा चुका है। तिलक वर्मा को आईपीएल ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने खरीदा। इस युवा खिलाड़ी ने इस मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय अपने कोच सलाम बायश को दिया।
तिलक ने बताया कि उनके कोच सलाम ने उन्हें जरूरी साजो सामान और कोचिंग के अलावा भोजन और जरूरत पड़ने पर अपने घर में रहने के लिए भी जगह दी। वर्मा के पिता नम्बूरी नागराजू अपने बेटे को क्रिकेट अकादमी भेजने की स्थिति में नहीं थे लेकिन सलाम ने उनके सभी खर्चों को वहन किया जिसके दम पर आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
‘मेरे बारे में भले ही ना लिखो, लेकिन कोच सर को जरूर मेंशन करना’
तिलक वर्मा ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि,’मेरे बारे में भले ही ना लिखो, लेकिन कोच सर को जरूर मेंशन करना। वह मुझे क्रिकेट के सामान के अलावा मेरी सभी जरूरतों का खर्च उठाते थे। तो यह सब उनकी वजह से और परिवार के समर्थन से हुआ है कि मैं यहां पहुंचा हूं।’
तिलक वर्मा ने आगे बताया कि,’हमें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हमें अपने खर्चों को कम करना पड़ा। कोरोना के दौरान काफी दिक्कतें हमारे सामने आईं। लेकिन मेरे कोच के कारण मैंने क्रिकेट खेलना जारी रखा। आशा करता हूं अब चीजें हमारे लिए और बेहतर हो जाएंगी। मुझे भरोसा था मैं आईपीएल खेलूंगा लेकिन इस प्राइज टैग में इसकी उम्मीद नहीं थी।’
कोच सलाम ने जताई खुशी
वहीं तिलक वर्मा के कोच सलाम बायश ने कहा कि,’मैं बहुत खुश हूं। यह उनकी मेहनत और धैर्य का फल है। उनके कड़े परिश्रम का एक लंबा सफर रहा है और अब उन्हें मुंबई इंडियंस जैसी बड़ी फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ने का मौका मिला है। मैं आशा करता हूं उसे कम से कम दो पूरे मौके मिलें जिसके बाद वह अपनी जगह पक्की कर लेगा। उसके शॉट्स आकर्षक हैं और मैच खत्म करने की एबिलिटि उसमें है। वह जरूरत पड़ने पर ऑफ स्पिन भी फेंक सकता है।’
अंडर-19 वर्ल्ड कप के अलावा तिलक वर्मा आंध्र प्रदेश के लिए रणजी, विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भी खेल चुके हैं। विजय हजारे के पिछले सत्र में उन्होंने 5 मैचों में 180 रन के अलावा चार विकेट झटके थे। वहीं सैयद मुश्ताक में उन्होंने सात मैच खेलते हुए 215 रन 147.26 के स्ट्राइक रेट से बनाए थे।