राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के टॉप शटलर पी कश्यप पेट की मांसपेशियों में खिंचाव से काफी परेशान हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें दक्षिण एशियाई खेलों के लिए भारतीय बैडमिंटन टीम से जुड़ने के लिए हवाई टिकट भेज दिए गए हैं जिससे वह काफी परेशान हो गए हैं।

दुनिया में आठवीं रैंकिंग पर रह चुके कश्यप चोटों के कारण काफी परेशान हैं और हाल की रैंकिंग में वह लुढ़ककर 14वें स्थान पर पहुंच गये। अब रियो ओलंपिक में जगह बनाने के लिए भी केवल 12 हफ्ते का समय बचा है और टूर्नामेंट में खेलकर क्वालीफाइंग अंक हासिल करने के मद्देनजर फिट होने के लिये भी इस भारतीय शटलर को मशक्कत करनी पड़ रही है।

कश्यप पहले ही भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) और खेल मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं जिसमें उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में नहीं खेलने की अनुमति मांगी थी।

इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘चोटों के कारण मेरा काफी समय बर्बाद हो गया है। मैं कम से कम सात टूर्नामेंट में नहीं खेल पाया हूं। मैं पीबीएल और सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड में खेल लिया था लेकिन लखनउ में मेरे पेट की मांसपेशियों में खिंचाव हो गया जिससे मुझे थाईलैंड मास्टर्स से भी नाम वापस लेना पड़ा। ’’

निराश कश्यप ने कहा, ‘‘लेकिन अब बाई और सरकार मुझे सैग खेलों में खिलाना चाहती है. मैं खेलने की स्थिति में नहीं हूं. मैं नहीं खेल सकता। मैंने बाई और मंत्रालय को अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए पत्र भेजे थे। मैंने साई के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास से भी बात की लेकिन मुझे कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। वहीं मुझे आज गुवाहाटी के टिकट भी मिल गये. मैं काफी निराश हूं। ’’ इस 29 वर्षीय खिलाड़ी को लगता है कि उनकी परेशानी को समझा जाना चाहिए था।