रियो ओलंपिक में महिलाओं के 58 वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने साथी खिलाड़ी संदीप तोमर के साथ युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग की रैंकिंग में टॉप-10 में जगह बना ली है। साक्षी इस रैंकिंग में पांचवें, जबकि संदीप तोमर सातवें स्थान पर हैं। बता दें कि संदीप भी रियो में भाग लेने वाले सात भारतीय पहलवानों के दल में शामिल थे। इस लिस्ट में प्रो कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) में भाग ले चुके कुल देसी-विदेशी 25 खिलाड़ी अलग-अलग वजन वर्ग में टॉप-10 में रहे। इनमें 11 पुरुष और 13 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें सबसे ज्यादा आठ खिलाड़ी हरियाणा हैमर्स से हैं। चार बार की ओलंपिक चैंपियन जापान की काओरी इचो साक्षी के 58 किग्रा वजन में टॉप पर हैं।
इस लिस्ट में जहां महिला पहलवानों के मामले में अमेरिका, रूस, चीन, जापान, स्वीडन, अजरबेजान, स्वीडन और हंगरी, वहीं पुरुषों में जॉर्जिया, अमेरिका, अजरबेजान, रूस और ईरान के खिलाड़ियों का वर्चस्व कायम रहा। इसके अलावा प्रो कुश्ती लीग के 3 खिलाड़ी अपने-अपने वजन में टॉप रैंकिंग पर हैं। इनमें जॉर्जिया के व्लादीमिर खिनचेंगाशिवली (57 किग्रा), रूस के मैगमोद कुबार्नालिऊ (70 किग्रा) और कनाडा की एरिका वीब महिलाओं के (75 किग्रा) वर्ग में शामिल हैं।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि ‘ हालांकि साक्षी शादी की वजह से एशियाई चैंपियनशिप में नहीं उतरी लेकिन वह कुश्ती को लेकर गंभीर हैं और आने वाले समय में वह अपनी रैंकिंग में लंबी छलांग लगाएंगी। वहीं संदीप तोमर में भी अपनी रैंकिंग को और ज्यादा सुधार सकते हैं। इसके अलावा हमारा फोकस जूनियर खिलाड़ियों पर है। उम्मीद है कि वे आगे अच्छा करेंगे।’
3 सितंबर 1992 को हरियाणा के रोहतक में जन्मीं ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक की लंबाई 5 फुट 4 इंच है। साक्षी के पिता सुखबीर मलिक जाट डीटीसी में बस कंडक्टर हैं तथा उनकी माता श्रीमती सुदेश मलिक एक आँगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं। फ्री स्टाइल कुश्ती में साक्षी ने राष्ट्रमंडल खेल-2014 में रजत पदक जीतकर भारत को दूसरा स्थान दिलाया, जबकि 2015 एशियाई चैंपियनशिप में वह कांस्य पदक जीतकर तीसरे स्थान पर रहीं। इसके अलावा 2013 राष्ट्रमंडल खेलों में भी वह कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही थीं।
