भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को एफआईएच सीरीज फाइनल्स के सेमीफाइनल में चिली को 4-2 से हरा दिया। इसके साथ उसने इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले ओलिंपिक क्वालिफायर में जगह बना ली। एफआईएच सीरीज फाइनल्स में शीर्ष 2 पर रहने वाली टीमें ओलिंपिक क्वालिफायर में जगह बनाती हैं। भारतीय टीम ने यह जीत साथी खिलाड़ी लालरेमसियामी के पिता को समर्पित की है। लालरेमसियामी के पिता हाल ही में निधन हुआ है। वे भी इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम है। अब 23 जून को होने वाले फाइनल में उसका मुकाबला रूस और जापान के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। फाइनल मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 2:30 बजे से खेला जाएगा।
चिली के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम पहले क्वार्टर में एक भी गोल नहीं कर पाई थी। चिली ने दूसरे क्वार्टर गोल कर 1-0 की बढ़त बनाई। मैच के 18वें मिनट में चिली की कैरोलिना ग्रेसिया ने गोल किया। चार मिनट बाद भारत की गुरजीत कौर ने ड्रैग फ्लिक के जरिए गेंद को चिली के गोलपोस्ट में पहुंचा दिया। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत (31वें मिनट) में नवनीत कौर गोलकर भारत की बढ़त 2-1 कर दी। 6 मिनट बाद 37वें मिनट में गुरजीत कौर ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर चिली के खिलाफ भारत का स्कोर 3-1 कर दिया।
तीसरा क्वार्टर खत्म होने से 2 मिनट पहले चिली की मैनुएला उरोज ने फील्ड गोल कर मुकाबले को ड्रॉ की ओर ले जाने की कोशिश की। हालांकि, मैच खत्म होने से तीन मिनट पहले कप्तान रानी रामपाल ने रिवर्स स्टिक से फील्ड गोल करते हुए भारत की जीत पर मुहर लगा दी। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अब तक एक भी मैच नहीं हारी है। उसने फाइनल तक के अपने अभियान में सबसे पहले उरुग्वे को 4-1, फिर पोलैंड को 5-0 और उसके बाद फिजी के खिलाफ 11-0 से जीत हासिल की थी।
Our Captain, Rani dedicates today's resilient win to Lalremsiami's father, who recently passed away.
We couldn't be more proud of our team ?#IndiaKaGame #RoadToTokyo #FIHSeriesFinals #INDvCHI https://t.co/jNmAcgK3MT
— Hockey India (@TheHockeyIndia) June 22, 2019