ईस्ट बंगाल की तरफ से खेलने वाले तीन मशहूर भारतीय फुटबालरों को अपनी पेशेवर प्रतिबद्धताओं के कारण रेलगाड़ी के सामान्य श्रेणी के डिब्बे में यात्रा करनी पड़ी। राष्ट्रीय खिलाड़ी अर्णव मंडल, नारायण दास और मेहताब हुसैन कटक में फेडरेशन कप में भाग लेने के बाद वापस घर लौट रहे थे। बिना आरक्षण के यात्रा करने की अपनी परेशानियां होती है। दास को जनशताब्दी एक्सप्रेस में शौचालय के पास अपनी किट बैग पर बैठे हुए देखा जा सकता था। वे आज शाम को शहर पहुंचे।
ईस्ट बंगाल कल शाम सेमीफाइनल में मोहन बागान से 0-2 से हार गया था। टीम मैनेजर और पूर्व भारतीय खिलाड़ी मनोरंजन भट्टाचार्य ने कहा कि सभी उड़ान में सीटें भर गयी थी और इसलिए उन्होंने बस की व्यवस्था की लेकिन पूर्व भारतीय खिलाड़ी मेहताब, वर्तमान खिलाड़ी मंडल, दास, मोहम्मद रफीक, शुभाशीष राय चौधरी और गोलकीपिंग कोच अभिजीत मंडल बिना आरक्षण के पहली रेलगाड़ी से कोलकाता आने का फैसला किया।
ईस्ट बंगाल के मिडफील्डर मेहताब ने कहा कि इस सबके लिये क्लब जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें दोष नहीं दिया जा सकता है। हमने सहायक कोच से आग्रह किया था वह हमें जाने की अनुमति दे दें क्योंकि हमें कार्यालय के मैच में हिस्सा लेना था। किसी भी उड़ान में सीट खाली नहीं थी। हमें बस से जाने के लिये कहा गया लेकिन उसमें 12 घंटे लगते और इसलिए हमने सुबह की रेलगाड़ी से कोलकाता पहुंचने का फैसला किया।

