दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के चार सदस्यों में नहीं चुनी जा सकी क्योंकि खेलों के वैश्विक निकाय के एथलेटिक्स आयोग की दौड़ में वे छठे स्थान पर रहीं। सायना को कुल 1233 मत हासिल हुए। रियो खेलों में हिस्सा ले रहे सभी खिलाड़ियों के पास वोट देने का अधिकार था। वे उन शीर्ष 23 खिलाड़ियों में से थी, जिन्हें चार सीटों के चुनाव के लिए विश्व भर से नामांकित किया गया था।

लंदन खेलों की कांस्य पदक विजेता सायना महिला एकल बैडमिंटन के गु्रप दौर में ही हारकर रियो खेलों से बाहर हो गई थीं। यह चुनाव पिछले 25 दिन में यहां ओलंपिक गांव में संपन्न हुआ। आइओसी सत्र की मंजूरी के बाद चुने गए चार एथलीट आठ साल के लिए आइओसी के सदस्य बन जाएंगे। बेजिंग ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी की ब्रिट्टा हेडमैन को 1603, दक्षिण कोरियो के दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी सियोंग-मिन रयू को 1544, हंगरी के पूर्व तैराक डेनियल ग्यूर्टा को 1469 और रूस की येलेना इसिनबायेवा को 1365 वोट मिले और इन सभी को आइओसी का सदस्य चुना गया है। रियो खेलों में हिस्सा ले रहे 11,245 एथलीटों में से 5,185 ने मतदान में हिस्सा लिया।