दक्षिण अफ्रीका को एकदिवसीय श्रृंखला में करारी शिकस्त देने के बाद उत्साह से भरी भारतीय टीम कल से यहां शुरू होने वाली तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में भी हार से आहत अपने प्रतिद्वंद्वी पर नकेल कसकर अपना विजय अभियान जारी रखने के लिये उतरेगी। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम ने वनडे श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका को 5-1 से हराकर इतिहास रचा और अब वह अपनी इस लय को क्रिेकेट के सबसे छोटे प्रारूप में भी बरकरार रखने के लिये प्रतिबद्ध होगी। इस श्रृंखला में सुरेश रैना पर सभी की निगाह टिकी रहेगी जो एक साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रहे हैं।
टेस्ट श्रृंखला में हार अब बीती बात लगती है तथा भारत टी20 श्रृंखला में जीत के दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी फिर से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की परीक्षा लेने के लिए तैयार है। भारत की दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर टी20 में अच्छी यादें जुड़ी हैं। उसने अपना पहला टी20 मैच में 2006 में इसी देश में खेला था और इसके एक साल बाद उसने दक्षिण अफ्रीका में ही महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में पहला टी20 विश्व कप जीता था।
भारत ने 2017 चैंपियन्स ट्राफी से लेकर अब तक दस टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें से सात में उसने जीत दर्ज की जिससे साफ है कि इस प्रारूप में टीम अच्छी फार्म में चल रही है। इस टी20 श्रृंखला के लिये रैना, के एल राहुल और जयदेव उनादकट को भी टीम से जोड़ा गया है। इन तीनों ने सेंचुरियन में छठे वनडे से पहले नेट्स पर दो घंटे तक अभ्यास किया। वांडरर्स में भी आज वैकल्पिक अभ्यास सत्र का आयोजित किया गया।
प्रदर्शन पर नजर: श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी20 श्रृंखला में कोहली और भुवनेश्वर कुमार को विश्राम दिया गया था। उनकी अनुपस्थिति में श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला। इन तीनों में से केवल अय्यर ही वर्तमान टीम का हिस्सा हैं। इस युवा बल्लेबाज ने जोहानिसबर्ग और पोर्ट एलिजाबेथ में दो वनडे खेले जिन, उन्होंने 18 और 30 रन बनाए। अय्यर की जगह हालांकि रैना को अंतिम एकादश में रखा जा सकता है जिन्हें इस प्रारूप में उपयोगी आलराउंडर माना जाता है। भारतीय दृष्टिकोण से रैना की वापसी सबसे अधिक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने 2015 के बाद वनडे मैच नहीं खेले हैं और वह आखिरी बार एक साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला में खेले थे। रैना ने तब तीन मैचों में एक अर्धशतक की मदद से 104 रन बनाए थे।
भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, एमएस धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, जयदेव उनादकट, शार्दुल।