भारत-बांग्लादेश के बीच निदास ट्रॉफी का दूसरा मैच गुरुवार (8 मार्च) को कोलंबो के पी चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाना है। भारत को श्रीलंका के हाथों शुरुआती मैच में मिली हार से तेजी से उबरकर बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में अपने खेल में सुधार करना होगा। श्रीलंका को पिछले छह महीनों में भारत ने पस्त किया था, लेकिन उसने कल कुसाल परेरा की 37 गेंद में 66 रन की पारी की बदौलत शानदार जीत दर्ज की थी। आंकड़ों पर नजर डालें, तो भारत टी20 में बांग्लादेश पर हमेशा ही भारी पड़ा है। दोनों टीमों के बीच 5 मुकाबले खेल गए हैं, जिसमें जीत भारत को ही मिली है। भारत ने सबसे अधिक श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10-10 मुकाबले जीते हैं।
रोहित और धवन इस मैच में बांग्लादेश के खिलाफ किस तरह से शुरुआत करते हैं, यह भारत के लिये अहम होगा। वह आखिरी ओवरों में ज्यादा से ज्यादा रन जुटाने का प्रयास करेंगे। रोहित के अंतिम एकादश में शामिल होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन अक्षर पटेल को चहल के साथ गेंदबाजी का मौका दिया जा सकता है, जो टीम के सबसे अनुभवी स्पिनर हैं। प्रतिभाशाली लोकेश राहुल को पहले मैच की अंतिम एकादश में नहीं चुना गया, लेकिन सलामी जोड़ी तय है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें मध्य क्रम में बल्लेबाजी का मौका मिलता है या नहीं।
वॉशिंगटन सुंदर ने श्रीलंका के खिलाफ सात रन प्रति ओवर के इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी करते हुए दो विकेट हासिल किए और सबसे सफल गेंदबाज रहे। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को इसी सीरीज में आराम दिया गया है। उनकी अनुपस्थिति में शार्दुल ठाकुर और जयदेव उनादकट को अंतिम ओवरों में अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है।
भारत के लिए छोटे प्रारूप में बांग्लादेश का सामना करना हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहा है और कल भी कुछ अलग नहीं होगा। महमूदुल्लाह चोटिल शाकिब अल हसन की अनुपस्थिति में बांग्लादेश की अगुआई करेंगे। टेस्ट, टी20 और वनडे त्रिकोणीय सीरज का फाइनल (सभी श्रीलंका से गंवाने) गंवाने के बाद बांग्लादेश की टीम वापसी के लिये बेताब होगी। सीनियर बल्लेबाज तमीम इकबाल ने कहा कि टीम के लिए यह समय अच्छा नहीं चल रहा, लेकिन उन्हें अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है।