लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने टीम इंडिया में उनके चार भाइयों के बारे में बताया। उनके मुताबिक जिन कप्तानों के साथ वह खेले हैं वह सभी उनके लिए बड़े भाई जैसे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में चहल ने अपने साथी कुलदीप यादव और वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन को लेकर भी बड़ी बात कही।

कौन हैं टीम इंडिया के चार भाई

चहल से चारों कप्तानों के साथ उनके अनुभवों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘यह एक परिवार जैसा है जहां चार भाई है। सबसे बड़े माही, फिर विराट भाई, रोहित भाई और फिर हार्दिक पंड्या। हर किसी के साथ मेरा रिश्ता एक जैसा है। ग्राउंड पर सभी जीतना चाहते हैं। सीनियर हमें आजादी देते हैं वहीं हार्दिक भी खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाते हैं।’

वनडे फॉर्मेट में कुलदीप यादव को उन पर प्राथमिकता क्यों दी जा रही है और वह एशिया कप और विश्व कप की टीम में जगह बनाने को लेकर चिंतित नहीं हैं। चहल को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज में प्लेइंग इलेवन में नहीं लिया गया था। उन्होंने पहले टी20 मैच में हिस्सा लिया जो इंडियन प्रीमियर लीग के बाद उनका पहला मैच था। उन्होंने इस मैच में अपने पहले ओवर में दो विकेट लेकर अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज कराई। भारत यह मैच चार रन से हार गया था।

चहल ने की कुलदीप की गेंदबाजी की तारीफ

चहल ने दूसरे टी20 मैच से पहले कहा, ”टीम संयोजन हमारी प्राथमिकता है और इसमें कुछ नया नहीं है। सातवें नंबर पर हम अमूमन रविंद्र जडेजा या अक्षर पटेल को उतारते हैं। अगर विकेट स्पिनरों के अनुकूल हो तो तभी हम तीन स्पिनर उतारते हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ कुलदीप वास्तव में अच्छी गेंदबाजी कर रहा है और वह शानदार लय में है और इसलिए टीम उसका समर्थन कर रही है। मैं नेट पर कड़ा अभ्यास करता हूं ताकि जब भी मुझे मौका मिले मैं उसका फायदा उठा सकूं।’’

युजवेंद्र चहल ने निकोलस पूरन की तूफानी बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा, ‘मैं निकोलस पूरन के साथ अपनी जुगलबंदी पसंद करता हूं। मैंने उन्हें कई बार आउट किया है और कई बार छक्के भी खाए हैं। मैं उनके खिलाफ लापरवाही नहीं करता हूं क्योंकि जानता हूं कि छक्के खाऊंगा।’

टीम गेम में अलग होती है सोच

राज्य स्तर पर शतरंज के खिलाड़ी रहे चहल ने कहा,‘‘ मुझे बहुत खुशी है कि मुझे हर दिन टीम की जर्सी पहनने का मौका मिलता है। मैं कोई घर में नहीं बैठा हूं। मैं टीम के साथ यात्रा कर रहा हूं। मैं टीम का हिस्सा हूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ मैं शतरंज का खिलाड़ी रहा हूं जो व्यक्तिगत खेल है लेकिन क्रिकेट टीम खेल है। इसमें टीम में शामिल 15 खिलाड़ियों में से 11 को ही खेलने का मौका मिलता है।’’