इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गेंदबाजों की बखिया उधेड़ देने वाले संजु सैमसन का अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए प्रदर्शन निराशाजनक रहा। श्रीलंका के खिलाफ खेले गए किसी भी टी20 मैच में वे लय में नज़र नहीं आए। इसकी बड़ी बजह श्रीलंका के फिरकी गेंदबाज वाहिंदु हसरंगा हैं।

वाहिंदु हसरंगा की फिरकी के सामने सैमसन का बल्ला शांत हो जाता है। हसरंगा और सैमसन चार बार आमने सामने आए हैं और हर बार श्रीलंकई गेंदबाज उनपर हावी पड़े हैं। हसरंगा ने चार पारियों में तीन बार सैमसन को आउट किया है। इस दौरान सैमसन ने मात्र 11 गेंद खेली हैं और तीन रन बनाए हैं। आईपीएल में तीन शतक बनाने वाले सैमसन का अबतक अंतररास्तरीय करियर कुछ खास नहीं रहा है। अबतक उन्हों ने 10 टी20 मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 11.70 के औसत से मात्र 117 रन बनाए हैं।

इस सीरीज में सैमसन के अलावा कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया। देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़, नितीश राणा सभी बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए और श्रीलंका ने यह सीरीज 2-1 से जीत ली। लगातार 8 टी20 सीरीज जीतने के बाद भारत की यह पहली सीरीज हार है।

कोविड से प्रभावित भारत का भाग्य केवल टॉस ने दिया लेकिन पहले बल्लेबाजी का उसका फैसला सही नहीं रहा और टीम आठ विकेट पर 81 रन ही बना पायी। भारत के केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें सातवें नंबर पर उतरे कुलदीप यादव ने सर्वाधिक नाबाद 23 रन बनाये।

पिच बल्लेबाजों के अनुकूल नहीं थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों के पास बचाव के लिये बेहद कम स्कोर था। श्रीलंका ने 14.3 ओवर में तीन विकेट पर 82 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। इस तरह से श्रीलंका ने वनडे श्रृंखला 2-1 से गंवाने तथा टी20 श्रृंखला का पहला मैच हारने के बाद अच्छी वापसी की। श्रीलंका की भारत के खिलाफ आठ टी20 द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में यह पहली जीत है। यही नहीं उसने भारत के खिलाफ 2008 के बाद किसी भी प्रारूप में पहली श्रृंखला जीती।