इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की आगामी सीरीज में भले ही भारत का पलड़ा भारी हो लेकिन पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने चेताया है कि इंग्लैंड टीम को कमतर नहीं आंका जाना चाहिये। इंग्लैंड ने ‘बैजबॉल’ रणनीति से हाल ही में काफी सफलता पाई है। दुनिया भर में इस शैली का बोलबाला देखने को मिला है।
इंग्लैंड ने बैजबॉल शैली अपनाने के बाद से एक भी टेस्ट श्रृंखला नहीं गंवाई है। वहीं भारत ने 2012-13 के बाद से अपनी धरती पर कोई श्रृंखला नहीं हारी है। हालांकि 2012 में उसे आखिरी सीरीज हार इंग्लैंड से ही मिली थी। हुसैन का मानना है एक बार फिर ऐसा सकता है।
बैजबॉल को कमतर न आंके नासिर हुसैन
हुसैन ने स्काय स्पोटर्स से कहा ,‘ भारत का पलड़ा भारी है लेकिन ब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स का रिकॉर्ड शानदार है। उन्हें कमतर नहीं आंका जा सकता।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ बैजबॉल को इंग्लैंड में काफी सफलता मिली लेकिन भारत या ऑस्ट्रेलिया उसके लिये सबसे बड़ी चुनौती होंगे। यह रोमांचक क्रिकेट होगा और देखना होगा कि यह टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक भारत के खिलाफ कैसे खेलती है।’’
भारतीय स्पिनर्स की भूमिका होगी अहम
पारंपरिक तौर पर स्पिनरों की मददगार भारतीय पिचों पर स्पिन गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आर्थटन का मानना है कि भारतीय स्पिनरों के पास अधिक विविधता है। उन्होंने कहा ,‘‘भारत में पारंपरिक तौर पर स्पिनरों की भूमिका अहम रहती है। भारत के पास अच्छा तेज आक्रामक भी है। भारत के चारों स्पिनर इंग्लैंड से अलग है। उनके पास रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल के रूप में बायें हाथ के दो स्पिनर हैं । इसके अलावा कलाई का स्पिनर कुलदीप यादव है तो रविचंद्रन अश्विन महानतम स्पिनरों में से एक है।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इंग्लैंड के पास जैक लीच जैसा शानदार स्पिनर है । उनके साथ टॉम हार्टली, शोएब बशीर और रेहान अहमद जैसे अनुभवहीन स्पिनर है जिनके लिये यह दौरा चुनौतीपूर्ण होगा।’’
भाषा इनपुट के साथ