इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के विकेटकीपर जोस बटलर का मानना है कि भारत के ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की टीम को गुस्सा दिला दिया था। दोनों ने टेस्ट मैच तीसरे और चौथे दिन कुछ ऐसा कहा,जिसके कारण जब वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आए तो इंग्लैंड के खिलाड़ी उनके पीछे पड़ गए।

भारतीय टीम को तीसरे टेस्ट में 193 रन के लक्ष्य के जवाब में 22 रन से हार का सामना करना पड़ा। सुंदर चौथे दिन के खेल से के बाद अपनी टीम की जीत को लेकर आश्वस्त थे। 193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चार विकेट गंवाने के बावजूद सुंदर ने कहा कि भारत पांचवें दिन लंच तक जीत हासिल कर लेगा। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए बाएं हाथ के सुंदर शून्य पर आउट हो गए। आर्चर ने अपनी ही गेंद पर उनका शानदार कैच लपका।

मैकुलम भी गुस्से में थे

फॉर द लव ऑफ क्रिकेट पॉडकास्ट पर बटलर ने कहा, ” एक छोटी सी क्लिप है जब वाशिंगटन बल्लेबाजी करने आए तो (ब्रेंडन) मैकुलम बालकनी से सबको बातचीत तेज करने को कह रहे थे। यह शख्स खूब बोल रहा था। आप खुद को दिक्कत में डाल लेते हैं। यह डरावना होता है। लेकिन आप सोचते हैं सब मुझ पर हावी हैं। मैं बस अच्छा खेलना चाहता था। लेकिन अब सबको पता है कि मैंने कल रात मीडिया में क्या कहा था और अब सब मेरे पीछे पड़े हैं। मैकुलम भी शायद यही एक मौका था जब वो शांत नहीं थे। वो आगे झुककर बोले इस आदमी को गुस्सा दिखाते हैं।”

केवल इंटरव्यू चलाना था

बटलर ने कहा कि इंग्लैंड की टीम बातचीत कर रही होगी तब उसमें सुंदर का रिप्ले दिखाया गया होगा। उन्होंने कहा, “मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि सुंदर ने ऐसी बातें कही। मुझे लगा शायद उनसे बोलने में गलती हो गई या कहीं ये तो नहीं बोलना चाहते थे कि उम्मीद है कि हम जीतेंगे। लेकिन उनमें काफी आत्मविश्वास दिखा। हां, हम जीतेंगे। ड्रेसिंग रूम में किसी ने इसके बारे में सुना होगा। इसके बाद इंग्लैंड को किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं थी। आप बस वह इंटरव्यू चला देते और इससे वहां मौजूद लोग काफी जोश में आ जाते।”

नितीश कुमार रेड्डी के खिलाफ आक्रामक गेंदबाजी

ब्रॉड ने यह बताया कि ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी के खिलाफ आर्चर की अगुआई में इंग्लिश गेंदबाजों ने आक्रामक गेंदबाजी की। वह बल्लेबाजी के लिए सुंदर के आउट होने के बाद आए, जब भारत का स्कोर सात विकेट 82 रन था। ब्रॉड ने खुलासा किया कि भारतीय टीम और इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज जैक क्रॉली और बेन डकेट के बीच छह मिनट तक चली तीखी बहस ने घरेलू टीम को प्रेरित किया। स्लिप में मौजूद नितीश खूब बोल रहे थे। ऐसे में वह इंग्लैंड के खिलाड़ियों के मुख्य निशाना बन गए।

‘आग का जवाब आग से’

ब्रॉड ने आर्चर के इस खुलासे को दोहराया कि तीसरे दिन क्रॉली से जुड़ी घटना के बाद टीम की योजना ‘आग का जवाब आग से’ देने की थी। ब्रॉड ने कहा, “जोफ्रा ने तेज गेंदबाजी की, इंग्लैंड की जर्सी में अपना सबसे तेज स्पैल फेंका। नर्सरी एंड से 92 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की। मैंने कहा हे भगवान, मैंने तुम्हें इतना उत्साहित पहले कभी नहीं देखा। और उन्होंने कहा, असल में यह एक टीम प्लान था। वे (भारत) जैक क्रॉली के पीछे पड़ा था। हमें यहां आग का जवाब आग से देना होगा।”

रेड्डी सबसे ज्यादा बोल रहे थे

ब्रॉड ने कहा, “(ऋषभ) पंत का आउट होना मुझे पसंद आया, लेकिन उन्होंने रेड्डी को पहली गेंद पर बाउंस किया और सभी उनके पास आ गए। डकेट, ब्रूक,रूट ने रेड्डी को घेर लिया क्योंकि जब क्रॉली और डकेट क्रीज पर थे तब रेड्डी सबसे ज्यादा बोल रहे थे।”