धर्मशाला टेस्ट मैच की पहली पारी में इंग्लैंड की टीम 218 रन पर ऑलआउट हो गई और भारतीय स्पिनर्स ने इस मैच में काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावी बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव रहे। कुलदीप यादव ने इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर में पहली बार फाइफर लेने का कमाल तो किया ही साथ ही साथ टेस्ट में उन्होंने इस टीम के खिलाफ अपनी बेस्ट स्पैल भी फेंकी। इसके अलावा यह टेस्ट में चौथी बार उनका फाइफर रहा।
इस पारी में 5 विकेट लेकर वह भारत की तरफ से सबसे कम गेंदें फेंककर 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। कुलदीप यादव बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर हैं और इस मैच में 50 विकेट लेकर उन्होंने इतिहास रच दिया। कुलदीप ने जो कमाल किया था वह अन्य किसी भी बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर ने इससे पहले भारत के लिए क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में नहीं किया था।
कुलदीप यादव ने रच दिया इतिहास
कुलदीप यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच की पहली पारी में 15 ओवर में 72 रन देकर 5 विकेट लिए और एक ओवर मेडन भी फेंका। इस पारी में 5 विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव ने टेस्ट प्रारूप में अपने 50 विकेट पूरे किए साथ ही साथ वह क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारत की तरफ से बतौर लेफ्ट आर्म रिस्ट स्पिनर 50 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज भी बन गए। कुलदीप यादव इससे पहले वनडे और टी20 में भारत की तरफ से 50 से ज्यादा विकेट ले चुके थे, लेकिन टेस्ट में भी उन्होंने यह कमाल कर दिया।
वहीं अगर बात ओवरऑल हो तो कुलदीप यादव बतौर लेफ्ट ऑर्म स्पिनर टेस्ट क्रिकेट में 50 प्लस विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए। कुलदीप यादव से पहले यह कमाल टेस्ट क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के पॉल एडम्स और इंग्लैंड के जॉनी वार्डले कर चुके हैं।
50 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर
134 विकेट – पॉल एडम्स (दक्षिण अफ्रीका)
102 विकेट – जॉनी वार्डले (इंग्लैंड)
51 विकेट -कुलदीप यादव (भारत) (खबर लिखे जाने तक)
आपको बता दें कि धर्मशाला टेस्ट मैच की पहली पारी में सभी 10 विकेट भातरीय स्पिनर्स ने लिए जिसमें कुलदीप ने 5, आर अश्विन ने 4 जबकि रविंद्र जडेजा ने एक विकेट लिया तो वहीं तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मो. सिराज को कोई सफलता नहीं मिली।